आंधी-तूफान ने मचायी तबाही, कहीं पेड़ उखड़े, तो कहीं पलटे ठेले
औरंगाबाद न्यूज : आंधी, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों को काफी नुकसान
औरंगाबाद न्यूज : आंधी, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों को काफी नुकसान
प्रतिनिधि, औरंगाबाद शहर.
जिले में गुरुवार को मौसम ने करवट ली और आसमान में काले बादल छा गये. देखते ही देखते तेज आंधी चलने लगी. तेज आंधी के साथ हल्की बारिश ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. तेज आंधी के कारण जिले में कई जगहों पर पेड़ उखड़ गये, जिससे यातायात भी बाधित हो गयी. औरंगाबाद समाहरणालय के समीप तेज हवा के झोंकों के कारण एक लिट्टी का ठेला पलट गया. इस घटना में ठेला दुकानदार को काफी आर्थिक नुकसान हुआ. बाजार क्षेत्र में भी कई अन्य ठेले पलट गये और दुकानों का सामान बिखर गया. दुकानदारों को अचानक आयी तूफान से काफी परेशानी हुई. कई जगहों पर लगे बैनर और होर्डिंग्स उखड़ कर सड़कों पर गिर गये. वहीं, सड़कों पर लगी पुलिस बैरिकेडिंग भी पलट गयी. इधर, तेज आंधी के कारण एक महिला छत से नीचे गिर गयी, जिसमें उसका दोनों हाथ टूट गया. उसे गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर कर दिया गया. घायल महिला देवंती देवी मदनपुर पासवान मुहल्ला निवासी मनोज पासवान की पत्नी है. घायल महिला के परिजनों ने बताया कि तेज आंधी के दौरान वह छत पर कपड़ा उतारने गयी थी, तभी एक करकट उड़कर उसके ऊपर गिर पड़ा और करकट के धक्का से छत से नीचे गिर गयी. परिजनों ने उसे सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती किया. वहां पर चिकित्सक डॉ आयुष्मान के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर कर दिया गया. घायल महिला आशा कार्यकर्ता है, जो सीएचसी मदनपुर में कार्य करती हैं. मौसम विभाग के अनुसार, यह आंधी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण आयी है और अगले कुछ दिनों में मौसम में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गयी है.ओलावृष्टि से रबी फसलों को नुकसान, किसान चिंतित
मदनपुर.
कड़ी मेहनत और अपनी पूंजी लगाकर दूसरों के लिए फसल उपजाने वाले किसानों पर बेमौसम बरसात के साथ ओलावृष्टि कहर बनकर टूट पड़ी है. इससे किसानों को रबी फसल के बर्बाद होने की चिंता सताने लगी है. बुधवार की शाम तेज हवा के साथ बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. रबी फसल जैसे गेहूं, सरसों, चना और मोटे अनाज को भारी नुकसान हुआ है. बारिश की वजह से खेतों में पानी भर जाने से टमाटर, प्याज, बैंगन, लौकी सहित अन्य साग सब्जियों को भारी नुकसान पहुंचा है. किसान कृष्णा पासवान, जनेश्वर मेहता, रामजन्म मेहता, सत्येंद्र पासवान, पुकार पासवान, मिथिलेश पासवान, जीतेंद्र रजक, सुरेश मेहता आदि ने बताया कि खेतों में गेहूं, सरसों व अन्य रबी फसल पक चुकी थी. काटने का समय आ गया था, तभी बुधवार व गुरुवार को तेज आंधी के साथ बरसात होने लगी. इसी बीच बर्फबारी भी हुई, जिसमें फसल को काफी नुकसान हुआ है. वहीं, सब्जी के खेतों में पानी भर जाने से सब्जियों को खराब होने का डर हो गया है. वहीं, अभी आम व महुआ के पेड़ में अच्छे फल लगे हुए थे. लेकिन, बर्फबारी की वजह से सभी फल झरकर नीचे गिरने लगे हैं. फसल व सब्जियों के खराब होने से बाजार भाव में कमी हो जायेगी. इससे ना सिर्फ उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचेगा, बल्कि सालों की मेहनत भी बेकार हो जायेगी. प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश क्षेत्रों में लोग रबी फसल व सब्जियां उपजाकर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. किसानों ने सरकार से नुकसान की भारपायी को लेकर उचित मुआवजे की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
