हसपुरा में असामाजिक तत्वों ने धार्मिक स्थलों पर फेंके आपत्तिजनक वस्तु

आपसी सौहार्द को लगी नजर, सड़क जाम कर आक्रोशितों ने की नारेबाजी

By Prabhat Khabar Print | May 23, 2024 10:35 PM

गोह/हसपुरा. औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड में आपसी सौहार्द को बिगाड़ने की लगातार कोशिश हो रही है. असामाजिक तत्वों द्वारा धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. पहले भी कई घटनाएं हुई है. कार्रवाई भी हुई, लेकिन उस कार्रवाई का असर नहीं दिखा. अब पुलिस को सख्ती के साथ कदम उठाने की जरूरत है. अगर यह नहीं किया गया तो आपसी सौहार्द व समरसता पर खतरा बन जायेगा. एक बार फिर हसपुरा प्रखंड के ग्रामीण इलाके में असामाजिक तत्वों ने धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया. आपत्तिजनक वस्तु फेंककर भाइचारा बिगाड़ने की कोशिश की है. इसके कारण लोगों में आक्रोश है. जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह हसपुरा थाना क्षेत्र के जखौरा स्थित धार्मिक स्थलों के समीप आपत्तिजनक वस्तु पाये गये. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने देवहरा-देवकुंड मुख्य पथ पर जखौरा मुख्य सड़क को जाम कर नारेबाजी की. एसपी व एसडीपीओ को बुलाने की मांग पर अड़ गये. हालांकि, थानाध्यक्ष नरोत्तम के समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीण मान गये. कुछ देर के बाद ही एसडीपीओ कुमार ऋषि राज के साथ अन्य अधिकारी पहुंचे एवं घटना स्थल की जांच की. तत्पश्चात ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की. ग्रामीण सत्येंद्र सिंह, रामबचन यादव, गनौरी पाल, जनक महतो, सुदर्शन सिंह, काशीनाथ पंडित, धीरज यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण ने एसडीपीओ से कहा कि अपराधी कोई भी हो जल्द गिरफ्तार किया जाये. एसडीपीओ ने कहा कि ग्रामीणों का सहयोग जरूरी हैं. जो भी इस गंदे हरकत में शामिल होकर आपसी सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है, उसे बख्शा नहीं जायेगा. अमझरशरीफ में पहले भी हो चुकी है घटना ज्ञात हो कि पहले दो जुलाई को भी हसपुरा प्रखंड के अमझर शरीफ में तीन जगहों पर आपत्तिजनक वस्तु रखे गये थे. यह मामला सुलझा भी नहीं कि 21 जुलाई को भी बाला बिगहा में रख दिया गया. पुलिसिया कार्य शैली से नाराज लोगों ने लगातार दो दिनों तक हसपुरा बाजार को बंद रख कर आक्रोश प्रकट किया. हालांकि, इस मामले में अमझरशरीफ के तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. इसी मामले में तत्कालीन हसपुरा थाना प्रभारी नरेंद्र प्रसाद पर कार्रवाई हुई थी. अजय शंकर हसपुरा के नये थानाध्यक्ष बनाये गये थे. हसपुरा पहुंच कर आइजी क्षत्रनिल सिंह ने बैठक करते हुए शांति बनाये रखने की अपील की थी. अब एक बार फिर असामाजिक तत्वों ने साजिश रची है. बड़ी बात यह है कि हसपुरा प्रखंड में एक साल के अंदर यह सातवीं घटना है.

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