अपने कार्यकाल में पूर्व सांसद लूटन बाबू ने दी थी विकास की गति
पुण्यतिथि पर याद किये गये पूर्व सांसद, फुटबॉल टूर्नामेंट में औरंगाबाद की टीम बनी विजेता
औरंगाबाद शहर. शहर के गेट स्कूल के मैदान में औरंगाबाद के पूर्व सांसद रामनरेश सिंह उर्फ लूटन बाबू की 27वीं पुण्यतिथि मनायी गयी. रामनरेश सिंह फाउंडेशन द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पुण्यतिथि में राजनीतिक, सामाजिक, बुद्धिजीवी और शिक्षाविद से जुड़े सभी वक्ताओं ने पूर्व सांसद की जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके व्यक्तित्व पर चर्चा की. कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कार्य समिति सदस्य अशोक सिंह ने किया. पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि उनके पिताजी केंद्रित होकर राजनीति करते थे. सांसद व विधायक रहते हुए भी उन पर किसी तरह का दाग नहीं लगा. वे अपने पिताजी के पदचिह्नों पर चलते हैं और ईमानदारी से जनहित के कार्य करते हैं. उनके सभी चुनाव संघर्ष भरे रहे. औरंगाबाद विधानसभा से 1980 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और जीत हासिल की. यह अब तक का एकमात्र निर्दलीय विधायक बनने का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज है. औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र से वे दो बार सांसद और दो बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. फाउंडेशन के चेयरमैन सुनील सिंह ने कहा कि उनके पिताजी ने जब जनप्रतिनिधि का पद संभाला, उसके बाद विकास की नींव डाली थी. उनका पूरा जीवन संघर्ष और जुझारूपन का मिसाल रहा. पिताजी की खासियत थी कि जो भी मदद मांगने आता, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता. आज भी औरंगाबाद के लोग पूरे सम्मान के साथ उनका नाम लेते हैं. कर्नल सुधीर सिंह ने कहा कि उन्होंने 34 साल तक आर्मी में सेवा दी. आर्मी के लोग कभी रिटायर्ड नहीं होते, उनके अंदर देश सेवा का जज्बा होता है. वे अपने पिताजी को आदर्श मानते हैं और जब भी देश को उनकी जरूरत पड़ी, वे देश के लिए आगे बढ़ेंगे. ईमानदारी से बड़ा कोई गुण नहीं है. वे हमेशा पिताजी के पदचिह्नों पर चलते हैं. अधिवक्ता आदित्य शेखर, प्रवीर सिंह, शुभेंदु शेखर सिंह और राज सिंह ने नम आंखों से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की.
फुटबॉल टूर्नामेंट में औरंगाबाद विजयी
दो दिवसीय फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मैच औरंगाबाद और बारुण के बीच खेला गया. इसमें औरंगाबाद की टीम 2-1 से विजयी रही. विजेता एवं उपविजेता टीम को पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह, सदर विधायक त्रिविक्रम नारायण सिंह, कुटुंबा विधायक ललन राम और रामनरेश सिंह फाउंडेशन के चैयरमैन सुनील सिंह द्वारा सामूहिक रूप से शील्ड प्रदान की गयी. इस टूर्नामेंट में मुख्य रेफरी के रूप में मो फकरुद्दीन और लाइन मैन के रूप में अधिवक्ता मनोज कुमार उर्फ गुरुजी और पूर्व सरपंच सत्येंद्र सिंह ने भूमिका निभायी. जियाउल हक, जमालुद्दीन, अजय कुमार और धीरज कुमार की भूमिका सराहनीय रही. मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज औरंगाबाद टीम के सुशांत कुमार को दिया गया. बेस्ट प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट गोविंद्र शर्मा और उत्कृष्ट प्लेयर सोनेलाल मरांडी रहे.
प्रमुख उपस्थितगण
मौके पर प्रदेश जदयू नेता विश्वनाथ सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष महेश्वर सिंह, पूर्व सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह, समाजवादी नेता रामलखन सिंह, सूर्यपत सिंह, रविंद्र शर्मा, अमिताभ सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, अनिता सिंह, प्रो सुरेंद्र सिंह, अंजलि सिंह, सुमन अग्रवाल, सत्येंद्र सिंह, देव पूर्व उप प्रमुख मनीष पाठक, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विकास सिंह, शिव नारायण सिंह, अशोक पांडेय, प्रफुल्ल सिंह, नरेश गुप्ता, मुसाफिर पासवान, नागेंद्र सिंह दांगी, राणा रंजीत सिंह, चंदेश्वर मांझी, उषा सिंह, जुलेखा खातून, सरस्वती सिंह, रामविलास सिंह, इलताफ कुरैशी, सुशील कुमार, संजय गुप्ता, अनिल गुप्ता, धर्मेंद्र शर्मा और संदीप आंबेडकर सहित अन्य उपस्थित थे.
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