सूर्य को अर्घ अर्पित कर महिलाओं ने पूरी की रविवार का व्रत
देव सूर्य मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का हुजूम,पूरे दिन लगा रहा तांता
देव. जिले में महिलाओं ने पूरी आस्था व निष्ठा के साथ भगवान सूर्य की अराधना कर रविवार व्रत की विधि पूरी की. देव सूर्य मंदिर में महिलाओं ने रविवार व्रत का नियम पूरा किया. सूर्य मंदिर में रविवार को हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य का दर्शन किया. सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. भगवान सूर्य के जयघोष से मंदिर परिसर गूंजयमान रहा. वैदिक मंत्रोच्चारण से माहौल भक्तिमय बना रहा. वैसे व्रती महिलाओं द्वारा इस पर्व को मनाने के लिए तीन दिनों से तैयारी की जा रही थी. छठ की भांति ही इस पर्व में भी व्रती महिलाओं द्वारा शनिवार को नहाय खाय किया गया. शनिवार की रात में व्रती महिलाएं भोजन करने के उपरांत रविवार को पूरे दिन उपवास रखा व नये वस्त्र धारण कर सूर्य कुंड तालाब में महिला श्रद्धालुओं ने स्नान कर मिट्टी के ढक्कन, ठेकुआ, नारियल सहित अन्य फलों से भगवान सूर्य को अर्घ अर्पित किया. पुजारी राजेश पाठक, पुजारी मृत्युंजय पाठक के अनुसार अगहन मास से लेकर वैशाख तक छह महीनों के बीच प्रत्येक रविवार को व्रती महिलाएं निर्जला व फलाहारी व्रत रखती है. देव सूर्य मंदिर में महिलाएं अपने इष्ट देव भगवान सूर्य के दर्शन कर प्रसाद चढ़ा कर विधि पूर्ण किया. पर्व को लेकर मान्यता है कि इस व्रत को करने से रोग, दोष, कष्ट से मुक्ति तथा आत्मविश्वास में वृद्धि होती है. रविवार को सूर्य देव का दिन माना जाता है.इस दिन सूर्य देव की उपासना करने से मनुष्य के जीवन में सुख समृद्धि, धन संपति की प्राप्ति और शत्रुओं का नाश होता है. शास्त्रों में कहा गया है कि रविवार का व्रत करने व कथा सुनने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. इस पर्व को मनाने वाली महिलाओं के परिवार में मान-सम्मान, धन, यश और साथ ही उत्तम स्वास्थ्य भी प्राप्त होते हैं. रविवार के व्रत को करने से सभी पापों का नाश होता है. व्रत रखने से संतान से वंचित स्त्रियों को संतान सुख की प्राप्ति होती है.
अधिक भीड़ उमड़ने से लगा जाम
सूर्य मंदिर जाने वाली सड़क पर घंटों जाम की स्थिति बनी रही. आलम यह रहा कि देव किला के समीप तक गाड़ी ही नहीं पहुंच पायी. इससे कई श्रद्धालु हॉस्पिटल मोड़ से पैदल ही मंदिर तक पहुंचे. 12 बजे के बाद श्रद्धालुओं की संख्या कम नजर आयी. सूर्य मंदिर न्यास समिति के सचिव विश्वजीत राय ने बताया कि सुबह से ही न्यास समिति के कार्यकर्ता भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे थे. वहीं श्रद्धालुओं की सेवा में न्यास समिति लगातार प्रयासरत है. पुलिस बल भी तैनात किये गये थे. प्रशासन के सहयोग से कतारबद्ध श्रद्धालुओं को दर्शन कराया गया. इस दौरान प्रशासन के तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
