ऑपरेशन के बाद प्रसूता की मौत, परिजन ने किया हंगामा
इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान रास्ते में तोड़ा दमडॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का लगाया आरोपसदर अस्पताल परिसर के लेबर वार्ड में रविवार की सुबह हुई घटना
आरा.
शहर के टाउन थाना क्षेत्र के सदर अस्पताल परिसर के लेबर वार्ड में ऑपरेशन के दो दिन बाद प्रसूता की मौत हो गयी. इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया. प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. सूचना पाकर टाउन थाने की पेट्रोलिंग टीम सदर अस्पताल पहुंची और मृतका के परिजनों को समझा-बूझाकर उन्हें शांत कराया. जानकारी के अनुसार मृतका बक्सर जिले के ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के गायघाट गांव निवासी हरेराम पाठक की 30 वर्षीया पत्नी निशा देवी है. इधर, मृतका के पति हरेराम पाठक ने बताया कि वह बाहर रहकर प्राइवेट गाड़ी चलाता है. उसका ससुराल बिहिया थाना क्षेत्र के बिहिया गांव में है. उसकी पत्नी गर्भवती थी. जिसको लेकर वह अपने मायके बिहिया आयी हुई थी. आठ सितंबर को वह और उसके ससुराल वाले उसकी पत्नी का प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल ले आये. सदर अस्पताल के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उन्हें चार दिनों तक इधर-उधर दौड़ाया गया. चार दिन दौड़ने के बाद 12 सितंबर को उसकी पत्नी का ऑपरेशन किया गया और उसे बेटा पैदा हुआ. इसके बाद 12 तारीख की रात जब उसे दिक्कत हुई और वह मौजूद ऑन ड्यूटी महिला चिकित्सक के पास आया, तो वह लेबर वार्ड में जाकर मेरी पत्नी को डांट फटकार लगायी. उसने बताया कि दो दिनों से मैं अपनी पत्नी को लेकर यहां भर्ती था, लेकिन यहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मी एवं चिकित्सक को उसे काफी दिक्कत है उसके द्वारा बताये जाने के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया. रविवार की सुबह जब उसकी मौत हो गयी, तो यहां मौजूद डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उसे रेफर कर दिया गया. वहीं, दूसरी तरफ मृतका के पति हरेराम पाठक ने 12 सितंबर को ऑपरेशन करने वाली डॉक्टर व रविवार को मौजूद ऑन ड्यूटी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने के कारण अपनी पत्नी की मौत होने का आरोप लगाया है. इसके अलावे मृतका के पति हरेराम पाठक द्वारा डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर सिविल सर्जन को लिखित आवेदन भी दिया है. वहीं, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजीव कुमार ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. मामले की जांच की जा रही है. जांच उपरांत इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. बताया जाता है कि निशा की शादी वर्ष 2013 में हुई थी. उसे नौ वर्ष की पुत्री सिमरन पाठक है. घटना के बाद मृतका के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
