हत्या के एक साल बाद ईरान से सुखरौली पहुंचा गौरव का शव, मातम
गांव में हुआ अंतिम संस्कार, परिजनों का रो -रो कर बुरा हाल, गांव में मातम15 फरवरी, 2024 को घर से कमाने के लिए गौरव गया था मुंबई, लेकिन पहुंच गया ईरान
पीरो
. पीरो प्रखंड के सुखरौली गांव निवासी मूंगालाल साह का सबसे छोटा पुत्र गौरव की ईरान में अगस्त, 2024 में हुई हत्या के एक साल बाद बुधवार को शव उसके गांव सुखरौली पहुंचा. शव गांव पहुंचते ही परिवार सहित आसपास के लोगों में चीत्कार मच गया. जानकारी के अनुसार मूंगालाल साह का छोटा बेटा गौरव अपने भविष्य को संवारने के सपने लिए करीब डेढ़ वर्ष पूर्व 15 फरवरी, 2024 को अपने घर से मुंबई जाने के लिए निकला था, लेकिन वह कथित तौर पर ड्रग्स तस्करों के चंगुल में फंसकर ईरान पहुंच गया और जहां उसकी पैसों को लेकर हत्या कर दी गयी. गौरव के परिजनों के काफी जद्दोजहद के बाद उसका शव ईरान से दिल्ली और फिर दिल्ली से पटना एयरपोर्ट पहुंचा, जहां से बुधवार को हसनबाजार थाने की पुलिस ने शव को सुखरौली गांव स्थित उसके घर पहुंचाया. परिजनों ने गांव में ही शव का अंतिम संस्कार किया.ड्रग तस्करों के चंगुल में फंसकर पहुंचा था ईरान, दो करोड़ की मांगी थी फिरौतीसुखारौली निवासी मुंगालाल साह का 24 वर्षीय पुत्र गौरव कुमार साह 15 फरवरी 2024 को अपने घर से मुंबई जाने के लिए निकला था, लेकिन मुंबई में ड्रग्स तस्करों की चंगुल में फंसकर दुबई होते हुए ईरान पहुंच गया. ईरान में ड्रग्स तस्करों ने उसे बंधक बना लिया. उस समय बताया गया कि ड्रग तस्करों के गिरोह के कुछ लोग ड्रग्स के साथ भारत में पकड़ लिये गये थे. उधर ड्रग्स पकड़े जाने और पैसा नहीं मिलने से नाराज ईरान के तस्करों ने गौरव को ईरान में बंधक बना लिया और उसे छोड़ने के बदले दो करोड़ रुपये की मांग करने लगे. इस दौरान अलग-अलग कई विदेशी नंबरों से गौरव के परिजनों को फोन कर रुपये की मांग की गयी थी. उस समय ड्रग तस्करों ने कहा था कि अगर उनका पैसा नहीं मिला, तो वे लोग गौरव की हत्या कर देंगे. इस दौरान गौरव के परिजनों ने अपने हालात बताते हुए दो करोड़ रुपये देने की असमर्थता जतायी. इधर गौरव का अपहरण किये जाने की जानकारी मिलने के बाद उसके परिजनों ने स्थानीय प्रशासन से लेकर सरकार तक से गुहार लगायी थी. उस समय पीरो के तत्कालीन एसडीपीओ राहुल सिंह ने सरकारी चैनल के माध्यम से ईरान में भारतीय दूतावास से संपर्क कर गौरव का पता लगाने का प्रयास भी की थी, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद कोई सफलता हासिल नहीं हो पायी.छह माह बाद ईरान में लावारिस हालत में बरामद हुआ था गौरव का शवफिरौती की रकम नहीं मिलने पर आखिरकार ड्रग्स तस्करों ने गौरव कुमार साह की हत्या कर दी. इसके गायब होने के करीब छह माह बाद अगस्त 2024 में ईरान के एक इलाके से लोकल पुलिस को लावारिस हालत में गौरव का शव बरामद हुआ था. शव के पास से मिले पासपोर्ट के आधार पर गौरव की पहचान की गयी थी. गौरव की हत्या किये जाने के बाद भी उसके परिजनों की परेशानी कम नहीं हुई और उसके शव को भारत लाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. परिजनों के अथक प्रयास और भारतीय विदेश मंत्रालय के सहयोग से गौरव कुमार साह का शव मंगलवार को ईरान से दिल्ली लाया गया, जहां से उसे सुखरौली पहुंचाया गया. तीन भाइयों में सबसे छोटा था गौरवसुखारौली निवासी मूंगालाल साह के तीन पुत्रों में गौरव सबसे छोटा पुत्र था. गौरव के बड़े भाई सौरव साह और राजन साह हैं. गौरव अपने माता पिता और भाइयों का लाडला था और उससे परिवार को काफी उम्मीदें थी. गौरव अपने परिवार की आर्थिक हालत सुधारने और अपना भविष्य बनाने के सपने के साथ ही कमाने के लिए घर से निकला था, लेकिन उसका सपना मौत में बदल गया.
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