प्रसूति महिला की मौत के बाद जिले से आयी डॉक्टरों की टीम ने की जांच
घटना के बाद ही उक्त क्लिनिक का संचालक अपना साजो सामान लेकर फरार है
बिहिया.
बिहिया नगर के अस्पताल रोड में चल रहे एक अवैध क्लिनिक में रविवार की रात हुई प्रसूता महिला डिंपल देवी की मौत के बाद सोमवार को हुए भारी हंगामे को लेकर मंगलवार को उक्त क्लिनिक की जांच को लेकर जिला मुख्यालय आरा से दो डॉक्टरों की टीम बिहिया पहुंची. टीम में शामिल डॉ दयानंद राय व डॉ रणधीर कुमार पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहिया पहुंचे और अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नंद किशोर प्रसाद से मिलकर बिहिया में चल रहे अवैध क्लिनिक व नर्सिंग होम की संख्या तथा उनकी स्थिति की जानकारी ली. इसके बाद टीम घटना से संबंधित अवैध क्लिनिक पहुंची. टीम में शामिल डॉ अवैध क्लिनिक की स्थिति देखकर हैरान हो गये. उन्होंने पाया कि टीन का शेड लगे दो कमरों में से एक कमरे में झोला छाप डॉक्टर ऑपरेशन करता था. जबकि एक कमरे में छह बेड लगाकर उसे वार्ड का रूप दिया गया था. टीम ने अवैध क्लिनिक के संचालक के बारे में आसपास पूछताछ की, परंतु इसकी जानकारी नहीं मिल पायी. मालूम हो कि घटना के बाद ही उक्त क्लिनिक का संचालक अपना साजो सामान लेकर फरार हो गया था. टीम द्वारा अवैध क्लिनिक में ताला बंद करवाया गया. इस दौरान टीम ने नगर क्षेत्र में चल रहे अन्य अवैध क्लिनिकों का दौरा किया परंतु जांच टीम के आने की सूचना पहले हीं मिल जाने के कारण संबंधित सभी अवैध क्लिनिक, अल्ट्रासाउण्ड तथा जांच घरों के संचालक फरार हो गये थे जिससे टीम को कोई भी सफलता प्राप्त नहीं हुई. मालूम हो कि बिहिया नगर के मेला रोड निवासी नारायण प्रसाद की पत्नी डिम्पल देवी को प्रसव के लिए निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया था जहां ऑपरेशन के पश्चात महिला की मौत हो गयी थी. घटना के बाद लोगों ने सड़क जाम कर अवैध क्लिनिक के संचालक पर कार्रवाई करने और बिहिया में चल रहे अवैध क्लिनिकों पर कार्रवाई की मांग की. उक्त मांगों के आलोक में हीं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बिहिया में अवैध क्लिनिकों की जांच की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
