नशामुक्त नये समाज बनाने में छात्राएं हो सकती हैं सहायक : प्राचार्य
एमएम महिला कॉलेज में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत भाषण प्रतियोगिता
आरा.
नशा मुक्त भारत अभियान एवं सद्भावना दिवस के तहत एमएम महिला कॉलेज में बुधवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के इकाई एक और दो द्वारा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें निर्णायक मंडल की भूमिका में कॉलेज की प्रो डॉ मीना कुमारी, प्रो डॉ राजीव कुमार और हिंदी की डॉ प्रीति कुमारी रहीं. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो डॉ नरेंद्र प्रताप पालित ने की. उन्होंने कहा कि छात्राएं नशामुक्त नये समाज बनाने में सहायक हो सकती हैं. हमें मादक पदार्थों के स्थान पर किताबों का नशा और सपनों को साकार करने का नशा करना चाहिए. उन्होंने सद्भावना दिवस पर अपने विचार रखते हुए कहा कि हमें किसी भी आधार पर भेदभाव नहीं करना है, जिससे भारत में भावनात्मक एकता और सद्भावना को बनाए रखा जा सके. प्रो डॉ राजीव कुमार ने कहा कि मादक पदार्थों के साथ ही हमें मोबाइल के नशे को भी छोड़ना जरूरी है. यूनिट एक कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ स्मृति चौधरी ने नशे से जुड़े आंकड़ों को बताया, फिल्म ””””उड़ता पंजाब”””” का उदाहरण देते हुए मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले स्वयं और अपने परिवार के नुकसान को बतलाया. यूनिट 2 कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ सुधा निकेतन रंजनी ने वेद स्मृति ””””कृति”””” की कविता ”””” मुक्ति और नशा””””का पाठ किया व सद्भावना दिवस पर कुछ पंक्तियां कहीं.हिंदी विभाग सत्र 5 की छात्रा जूही कुमारी ने नशा मुक्ति पर बहुत प्यारा गीत गाया भाषण प्रतियोगिता में अनुपम प्रभा, प्रियांशी सिंह,पूजा कुमारी, सिमरन कुमारी,खुशी कुमारी, ऋचा, साक्षी, साधना, कोमल, शिबा परवीन, जागृति, मुस्कान और कल्पना ने भाग लिया, जिसमें प्रथम स्थान पर खुशी कुमारी, द्वितीय स्थान पर साधना कुमारी, तृतीय स्थान सिमरन कुमारी रहीं. मंचसंचालन कल्पना और प्रियांशी ने किया. कार्यक्रम में सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी व छात्राऐं उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
