बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं को लेकर राजद ने दिया धरना
बाढ़ में मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की उठी मांग
बड़हरा
. प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर सोमवार को बाढ़पीडितों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक दिवसीय विशाल धरना-प्रदर्शन किया गया. धरना प्रदर्शन के दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने पदाधिकारी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता राजद के प्रदेश महासचिव मनोज सिंह ने की. वहीं मंच संचालन प्रखंड अध्यक्ष जयराम यादव ने किया. धरना के दौरान राजद नेताओं ने बाढ़ पीड़ितों का नया नाम जोड़ने, वंचितों को मुआवजा देने, बाढ़ में मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने, बाढ़ प्रभावित पंचायतों को चिह्नित करने, बिजली लो-वोल्टेज समस्या दूर करने और अंचल-प्रखंड स्तर पर फैली अनियमितताओं को खत्म करने जैसी छह सूत्री मांगें सरकार के सामने रखी. इस दौरान मनोज सिंह ने मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बड़हरा की जनता बाढ़ की मार झेल रही है, लेकिन विधायक ने अब तक सदन में एक बार भी इस पर आवाज नहीं उठाया. उनका काम केवल फेसबुक पर लाइव आकर झूठ बोलना रह गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए केवल जात-पात और धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है. जबकि बाढ़ और विकास के मुद्दों से उसका कोई लेना-देना नहीं है. जिला राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष विनोद चंद्रवंशी ने कहा कि यह सरकार गरीबों और किसानों की हितैषी नहीं है, बल्कि बाढ़ के नाम पर लूट मचा रही है. वहीं, भीम यादव और सालिक राय ने आरोप लगाया कि आपदा के समय पदाधिकारियों के लिए मुआवजा वितरण केवल लूट-खसोट का अवसर बन जाता है और असली पीड़ित वंचित रह जाते हैं. कमलेश्वर प्रसाद ने चेतावनी दी कि यदि सरकार जल्द कार्रवाई नहीं करती तो आंदोलन और विकराल रूप लेगा. मंच से जयराम यादव ने कहा कि बाढ़ राहत की राशि तत्काल पीड़ितों तक पहुंचनी चाहिए. धरना में बड़ी संख्या में राजद नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. इनमें विनोद चंद्रवंशी, नंद जी राय, सालिक राय, वीर बहादुर सिंह, जय बाबू जी, भीम यादव, नंद जी (माले सचिव), धर्मेंद्र राय, प्रदीप सिंह चंदेल, कमलेश्वर प्रसाद मालाकर, प्रिंस ठाकुर, रामातपस्या सिंह यादव, अजीत यादव, संजय सिंह, अजय चौधरी, अरुण कुमार राय, लक्ष्मण सिंह, संजय राय, रोहित सिंह, कमलावती देवी, फूलकुमारी देवी, बबीता देवी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और बाढ़ पीड़ित ग्रामीण शामिल रहे. धरना स्थल पर मौजूद भीड़ ने सरकार विरोधी नारे लगाए और जल्द से जल्द मांगें पूरी करने की चेतावनी दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
