तापमान 44 डिग्री पर, गर्मी ने बढ़ायी मुश्किल

मौसम. गर्मी से स्वास्थ्य, बाजार और कृषि कार्य हो रहा प्रभावित, दिन में सड़कें दिख रहीं वीरान

By Prabhat Khabar | April 29, 2024 10:40 PM

आरा. सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. इस कारण सूर्य की गर्मी के कारण धरती तपने लगी. इससे आमजनजीवन पूरे दिन अस्त-व्यस्त रहा. वैसे तो गर्मी आज एक माह से पड़ रही है, लेकिन सोमवार के दिन सुबह आठ बजे के बाद ही तेज पछुआ हवा ने बढ़े हुए तापमान में और आग लगा दी. इससे कार्यालयों में काम करनेवाले लोग हों या फिर व्यवसाय करनेवाले, कृषि कार्य करनेवाले किसान हो या पशुपालक सब के सब परेशान रहे. अस्पतालों में पहुंच रहे हैं लू से पीड़ित मरीज : बेहद गर्मी व लू के कारण काफी संख्या में लोग बीमार हो रहे हैं. सदर अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. सदर अस्पताल में लू से प्रभावित दस्त, पेचिश, पीलिया, हैजा, मस्तिष्क ज्वर और फूड प्वाइजनिंग के मरीज काफी संख्या में आ रहे हैं. डॉक्टर की मानें सलाह : डॉ सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि गर्मी में बहुत सावधान रहने की जरूरत है. अहले सुबह 8:00 बजे के बाद शाम 4:00 बजे तक घरों से बहुत जरूरी काम न हो, तो न निकलें. भरपूर मात्रा में पानी पिएं. शरीर को डी हाइड्रेट नहीं होने दें. बच्चों पर विशेष ध्यान रखें. बुजुर्गों पर भी विशेष ध्यान रखें. बाहर निकलते समय छाता या सिर पर तौलिया रखकर ही बाहर निकलें. कृषि कार्य हो रहे हैं काफी प्रभावित : वर्षा नहीं होने एवं नहरों में पानी नहीं आने से कृषि कार्य प्रभावित हो रहे हैं. काफी कम संख्या में किसानों के पास बोरिंग है. हालांकि इस गर्मी एवं सूखी धरती के कारण बोरिंग से पटवन किये जाने का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ रहा है. सब्जी की फसलें तो सूख ही रही हैं. वहीं आम के फसल भी काफी प्रभावित हो रहे हैं. बाजार पर पड़ रहा है पूरा प्रभाव : जिला मुख्यालय स्थित मुख्य बाजारों में भी काफी कम संख्या में ग्राहक दिखाई दे रहे हैं. धूप गर्मी व पछुआ हवा के कारण लोग घरों से बाहर निकलना नहीं चाह रहे हैं. मजबूरी में ही घर से बाहर निकल रहे हैं. कपड़ा ,जूता, चप्पल खाने-पीने आदि के सामानों की खरीदारी काफी कम हो रही है. लोगों की बदल गयी है पूरी तरह दिनचर्या : लोगों की दिनचर्या पूरी तरह बदल गयी है. अधिकांश लोग अपने घरों में ही दुबके रह रहे हैं. बाहर निकलने पर पूरे शरीर में कपड़े पहनने के बाद ही निकल रहे हैं. वहीं सिर पर तौलिया आदि लेकर चल रहे हैं. कई लोग छाता का भी उपयोग कर रहे हैं. लोग हल्के भोजन कर रहे हैं. अधिक मात्रा में पानी पी रहे हैं, ताकि सब इस भीषण गर्मी एवं लू से बचा जा सके. बेहद गर्मी के कारण शहरों में लोग एक मुहल्ले से दूसरे मुहल्ले में जाने में कतरा रहे हैं. यही स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों की है. ग्रामीण क्षेत्रों से अति आवश्यक होने पर ही लोग बाहर निकल रहे हैं तथा शहरों में पहुंच रहे हैं .इस कारण आवाजाही काफी प्रभावित हुई है. बस स्टैंड सुनसान रह रहे हैं. वहीं, टेंपो स्टैंड भी सुनसान रह रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर भी काफी कम संख्या में यात्री दिखाई दे रहे हैं. तीन फुट नीचे गया है ग्राउंड वाटर लेवल : गर्मी के कारण जिले में तीन फुट नीचे ग्राउंड वाटर लेवल चला गया है. सामान्य तौर पर 25 फुट ग्राउंड वाटर लेवल रहता है. इससे जिले में कई गांव में चापाकल सूख गये हैं. वहीं समर्सिबल से भी काफी कम मात्रा में पानी निकल रहा है. लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है.

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