मछली कारोबारी की पीट-पीटकर हत्या चार लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

देवचंदा गांव के पास नहर पुल के नीचे बोरे में बंद फेंका गया शव बरामद

By DEVENDRA DUBEY | March 16, 2025 10:31 PM

आरा/पीरो.

पीरो थाना देवचंदा गांव में शुक्रवार की रात मछली कारोबारी की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. उसका शव शनिवार की सुबह देचना बाल नहर पुल के नीचे से बोरे में बंद मिला. मृतक के शरीर पर नाक के ऊपर चोट एवं दोनों हाथ पर जख्म पाये गये हैं. परिजनों द्वारा उसकी लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शव को बोरे में बांधकर फेंकने का आरोप लगाया है. पुलिस ने मृतक की बाइक भी उसी पुल के समीप से बरामद की है. हालांकि उसका मोबाइल नहीं मिल पाया है. जानकारी के अनुसार मृतक पीरो थाना क्षेत्र के देवचंदा गांव निवासी स्व.महावीर राय का 45 वर्षीय पुत्र पवन कुमार राय उर्फ मुरली राय है. वह मछली कारोबारी था. गांव में ही मछली पालन का काम करते थे. इधर मृतक के भाई नित्यानंद राय ने बताया कि शुक्रवार की शाम वह घर से बाहर निकले थे और वापस नहीं लौटे. देर रात करीब बारह बजे उन्हें सूचना मिली कि गांव के मुसहर टोली में उनके साथ मारपीट की जा रही है. सूचना पाकर जब वह वहां पहुंचे, तो वहां पर कोई नहीं था. शनिवार की सुबह भी उन्हें खोजने गये, लेकिन वह नहीं मिले. इसके बाद वह थाना पर गये और इसकी जानकारी स्थानीय थाना पुलिस को दी. सूचना पाकर पुलिस मुसहर टोली पहुंची. पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने बताया कि उन लोगों द्वारा उनकी हत्या कर व बोरे में बांध शव को पुल के नीचे फेंक दिया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकलवाया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवायी. वहीं दूसरी तरफ और मृतक के भाई नित्यानंद राय ने अपने भाई की लाठी-डंडो से पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है. इधर, पीरो थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि मृतक के परिवार में पत्नी बबीता देवी व दो पुत्री बबली, विनीता एवं एक पुत्र कान्हा है. उसकी पत्नी बबीता देव एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है. इस मामले में आरोपित पीरो थाना क्षेत्र के देवचंदा बाल मुसहर टोला निवासी संजीवन मुसहर ने पुलिस को बताया कि वह अपने गांव पर रहकर मजदूरी का कार्य करता है. 14 मार्च की रात करीब 10 बजकर 45 मिनट पर मुसहर टोला के बगल के गांव देवचंदा के पवन उर्फ मुरली राय बाइक से पीरो की तरफ आ रहा था. मैं और मेरे साथी मनु मुसहर, हरेराम मुसहर, भुअर मुसहर, लक्ष्मण मुसहर, रवींद्र मुसहर, दिनेश मुसहर, बउधा मुसहर एवं मेरी पत्नी मुन्नी देवी सभी ने मिलकर उनकी बाइक को रोका और बोले कि आज होली है. हमलोग के घर चलिये. इस पर मुरली राय मेरे घर की ओर चले. वहां कुछ देर बाद मुरली राय से बातों-बातों में बहस हो गयी. मैं और मेरे उपरोक्त साथी उनके साथ मारपीट करने लगे. मारपीट के क्रम में विरोध करने के कारण उनका हाथ-पैर बांधकर पोल में बांध दिया. बाद में हमलोग करीब डेढ़ बजे रात्रि में शव और बाइक को पकड़ाने के डर से देवचंदा पुल के नीचे पानी वाले नहर में डूबा दिया.मूरली राय जा रहे थे अपने ससुराल : मृतक की पत्नी ने बताया कि मुरली राय शुक्रवार की सुबह अपने घर से ससुराल कर्मा बकरी गांव जाने की बात कहकर निकले थे. उस दिन मुरली की पत्नी बबीता देवी व बच्चे करमा बकरी में ही थे. शुक्रवार की शाम मुरली ने पत्नी को फोन कर बताया कि देर हो जाने के कारण आज वहां नहीं पहुंच पायेंगे. इधर शुक्रवार की रात में ही किसी ने पत्नी को फोन पर सूचना दी कि मुरली राय के साथ कुछ लोग मारपीट कर रहे हैं. सूचना पाकर बबीता अपने भाई के साथ देचना बाल पहुंची और पति की खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई सही जानकारी नहीं मिलने पर उसने पुलिस को सूचित किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने इस मामले में संदिग्ध संजीवन मुसहर, उसकी पत्नी मुन्नी देवी व अन्य दो सहयोगी लक्ष्मण मांझी व वऊजा मुसहर को पकड़कर पूछताछ शुरू की तो उसने मुरली का शव नहर में होने की बात बताई.

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