लाखों खर्च कर बनाये गये यूरिनल से नहीं मिला नगर वासियों व महिलाओं को लाभ

नगर निगम द्वारा आरा में नगरवासियों की सुविधा खासकर महिलाओं की सुविधा के नाम पर 24 सार्वजनिक स्थानों पर 100 से अधिक यूरिनल बनाये गये.

By AMLESH PRASAD | July 12, 2025 10:28 PM

आरा. नगर निगम द्वारा आरा में नगरवासियों की सुविधा खासकर महिलाओं की सुविधा के नाम पर 24 सार्वजनिक स्थानों पर 100 से अधिक यूरिनल बनाये गये. इसमें निगम द्वारा काफी प्रचार प्रसार किया गया. प्रचार प्रसार के द्वारा इसे निगम की उपलब्धि बताया गया. पर हालात यह है कि कई यूरिनल तो शुरू भी नहीं हो पाये. जबकि कुछ यूरिनल को शुरू तो किया गया .पर नगरवासियों द्वारा एक सप्ताह अभी इनका उपयोग नहीं किया गया. इस तरह निगम का लाखों रुपए बर्बाद हो गया. बिना सोच समझ एवं योजना के जनता की गाड़ी कमाई से एकत्रित किये गये. टैक्स के माध्यम से आए पैसे को अनावश्यक खर्च करने पर जवाबदेही तय कर कार्रवाई करनी चाहिए. पर निगम द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है. इससे नगरवासियों को दिखाया गया सपना अधूरा ही रह गया है. नगरवासी ठगा सा महसूस कर रहे हैं.

नहीं की जाती थी सफाई यूरिनल में प्रतिदिन सफाई होने की जगह इसकी सफाई नहीं की जाती थी. कोई भी यूनियन नहीं है,जिसमें गंदगी अंबार नहीं लगा हो. यूरिनल की स्थिति ऐसी है कि किसी भी परिस्थिति में महिलाएं या अन्य लोग इसका उपयोग नहीं करना चाहते हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. सफाई क्यों नहीं करायी गयी. यह निगम ही बतायेगा. इतनी राशि खर्च करने के बाद भी इसे उपयोग लायक नहीं रखना निगम की लापरवाही का परिणाम है.

किसी भी यूरिनल के लिए सफाई कर्मी की नहीं दी गयी जिम्मेवारी : इतनी राशि खर्च करने के बाद भी यूरिनल का उपयोग लोग कर सके. इसके लिए सफाई प्रतिदिन जरूरी थी. पर किसी भी यूरिनल में नगर निगम द्वारा सफाई कर्मी को जिम्मेदारी नहीं दी गई और ना ही सफाई के लिए कोई व्यवस्था की गयी. ऐसे में यूरिनल कचरा घर बनकर रह गया.

अभी भी सुविधा से वंचित है आरा नगर : पूर्व में भी कई जगह शौचालय व मूत्रालय बनाये गये थे. पर कुछ ही समय बाद काफी दयनीय हो गयी. स्थिति ऐसी है कि इन शौचालय एवं मूत्रालयों में जाना काफी मुश्किल है. गंदगी एवं टूट-फूट के कारण दुर्गंध के कारण लोग इनका उपयोग नहीं कर पाते हैं. जबकि आरा में प्रतिदिन व्यवसाय, बाजार, विश्वविद्यालय, स्कूल,काॅलेज-कोचिंग, चिकित्सा, परिवहन, अदालत और विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी कार्यों के लिए लगभग एक लाख से अधिक लोगों की सार्वजनिक उपस्थिति रहती है. काफी संख्या में लोग अपने कार्य के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से आरा आते हैं. पर सुविधा नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है. सबसे अधिक महिलाओं को परेशानी होती है.

एक यूरिनल पर पांच लाख खर्च करके सभी सुविधा उपलब्ध कराने की थी योजना : सभी मॉडल यूरिनल बनाने की योजना है. प्रत्येक जगह दो महिला और तीन पुरुष के लिए मूत्रालय, बेसिन, सुबह और शाम में सफाई व पानी की व्यवस्था के लिए सबमर्सिबल लगाने की बात कही गयी थी. एक यूरिनल पर करीब 5 लाख खर्च किये गये. पर योजना के तहत जिन सुविधाओं की बात कही गयी, वह नहीं दी गयी.

इन जगहों पर बनाया गया है मूत्रालय : यूरिनल गागीपुल चौराहा, सिंडिगेट के पास, कटरा मार्केट मछली मार्केट, बांसटाल मोड़, टमटम पड़ाव चौक के पास, आम्रपाली मार्केट, कचहरी के पास, पुरानी पुलिस लाईन, वी-मार्ट के सामने, मौलाबाग रैन बसेरा के पास, स्टेशन सरकारी बस स्टैंड के बाहर, कतीरा मोड़ सुधा डेयरी के पास, रेडक्राॅस के सामने, महावीर टोला, शहीद भवन मोड़, महिला कॉलेज के पास, मवेशी अस्पताल के पास, जेल गेट के पास, वलीगंज बकरी बाजार, धरहरा पानी टंकी आदि जगहों पर बनाया गया है.

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