दो दर्जन से अधिक दुकानें जलीं, झुलसने से एक की मौत
सिमराहा बाजार के पुरवारी झिरुआ वार्ड संख्या तीन में हादसा
सिमराहा. फारबिसगंज प्रखंड क्षेत्र के सिमराहा बाजार के पुरवारी झिरुआ वार्ड संख्या तीन में सोमवार देर रात लगी आग से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते दो दर्जन से अधिक दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया. इस दौरान झुलसकर 70 वर्षीय दुकानदार की मौत हो गयी. हालांकि आग कैसे लगी, यह स्पष्ट नहीं हो सका है. आनन-फानन में स्थानीय लोग व दमकल टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. पीड़ित दुकानदारों ने कहा कि अगलगी में 60 से 70 लाख की संपत्ति का नुकसान हुआ है. स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी देर से मिली. मौके पर अफरातफरी के बीच लोगों ने तत्काल अग्निशमन विभाग को सूचना दी. सूचना के बाद जबतक दमकल वाहन पहुंचे व कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, तब तक दो दर्जन से अधिक दुकानें जल चुकी थी. एक व्यक्ति की झुलसकर मौत हो गयी थी. मृतक की पहचान श्याम बिहारी गुप्ता, पिता स्व बालेश्वर गुप्ता, अररिया आरएस निवासी के रूप में हुई है. वो अपने बेटे प्रदीप गुप्ता द्वारा संचालित होटल में रात के समय सोये हुए थे. आसपास के लोगों ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैली कि श्याम बिहारी गुप्ता बाहर निकल भी नहीं सके. दुकान के सामने लगे तख्ते पर सोये वृद्ध धुएं व लपटों में घिर गये, उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश भी की, लेकिन आग का फैलाव इतना विकराल था कि आगे बढ़ने की किसी की हिम्मत ही नहीं हुई. घटना की सूचना मिलते हीं सिमराहा थानाध्यक्ष प्रेमकुमार भारती दलबल के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे व शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भिजवा दिया. इस घटना में लाखों की संपत्ति जल गयी. इसके साथ ही साथ कई परिवार तबाह हो गये. सूचना पर विधायक मनोज विश्वास, राजद जिला अध्यक्ष मंडल अविनाश आनंद घटनास्थ्ल पर पहुंचे व पीड़ितों को सरकारी सहायता दिलाने की बात कही. विधायक ने घटना के पीछे साजिश की बात कही है. वहीं देर रात सूचना पर सांसद प्रदीप कुमार सिंह भी सिमराहा पहुंचे व पीड़ितों का हाल जानने के बाद उचित सहायता दिलाने को लेकर प्रशासन के आला अधिकारियों से बात की
आठ बाइक भी जली
पीड़ित एक दुकानदार रेहान खान ने बताया कि मेरी बाइक के गैरेज में करीब आठ बाइक जल गयी व बाइक पार्ट्स की भी दुकान जल गयी है. उन्होंने बताया कि आग कैसे लगी, अभी कोई जानकारी नहीं मिल पायी है. वहीं किताब व्यवसायी अरुण झा व स्पेयर पार्ट्स सह बाइक गैरेज संचालक अफसार ने अपने-अपने दुकान से सामग्री समेत 10-10 लाख रुपये के नुकसान का दावा किया है.
पुलिस व दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के स्पष्ट कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. जांच के शुरुआती संकेतों के आधार पर शॉर्ट सर्किट को इसका कारण माना जा रहा है. बाजार में बिजली के तारों की स्थिति काफी जर्जर है. कई स्थानों पर अवैध कनेक्शन भी होने की जानकारी सामने आयी है. ऐसे में शॉर्ट सर्किट की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.विधायक व राजद जिलाध्यक्ष ने लिया घटनास्थल का जायजा
सूचना पर विधायक मनोज विश्वास, राजद जिलाध्यक्ष मंडल अविनाश आनंद, सीआइ दशरथ कुमार शर्मा, सिमराहा थाना अध्यक्ष प्रेम कुमार भारती सहित अन्य मौके पर पहुंचे. नुकसान का आकलन के बाद विधायक मनोज विश्वास ने कहा कि व्यवसायियों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए विधानसभा में आवाज उठाएंगे. इसके साथ ही सिमराहा में दमकल की व्यवस्था को लेकर लिखा जायेगा. कहा कि व्यवसायी के निधन से मर्माहत हूं, उचित मुआवजा के लिए प्रयास तेज कर दिये गये हैं. विधायक ने अग्निकांड के पीछे साजिश की बात कही. बताया कि इसकी जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जायेगा, दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा.दुकानों के साथ जल गये सपने
सिमराहा. सिमराहा बाजार के पुरवारी झिरुआ वार्ड संख्या तीन में अगलगी में चाय-नाश्ता, मोटर पार्ट्स, किताब, गैराज, होटल, सैलून, पूजा सामग्री, चप्पल-जूता और मनिहारा जैसी करीब 24 से अधिक दुकानें जल गयी. पीड़ित दुकानदार सुबोध मंडल,अफसार आलम, रेहान, सोनू गुप्ता, अरुण झा, जयप्रकाश झा, दीपक, अजय मंडल, रवि शंकर, प्रदीप गुप्ता, प्रमोद ठाकुर, बिरेंद्र ठाकुर, सुमन कुमार, अनवर, निलेश, रहमतुल्लाह, संतोष कुमार, जीवन कुमार आदि का कहना है कि दुकानें बंद होने के बाद महज कुछ हीं घंटों में उनकी वर्षों की मेहनत पूरी तरह नष्ट हो गयी. कई दुकानों में रखे माल की मात्रा काफी अधिक थी. इससे नुकसान का आंकड़ा लाखों में पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. दुकानदार ने बताया कि हमारी दुकान में लाखों से ज्यादा का माल था. सब कुछ जल गया. अब आगे कारोबार कैसे शुरू करेंगे, समझ नहीं आ रहा. इसी तरह एक अन्य व्यापारी अरुण झा व अफसार जो किताबें व मोटरपार्ट्स की दुकान चलाते थे उन्होंने बताया कि उनकी पूरी दुकान जल गयी व अगलगी में रखा सारा सामान जल गया.
अगर समय पर पहुंचता दमकल, तो कम होता नुकसान
दमकल विभाग की गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग लगने की सूचना मिलते ही फारबिसगंज से भी दमकल वाहनों को बुलाया गया. तीन से चार दमकल गाड़ियों की मदद से सुबह लगभग छह बजे आग पर नियंत्रण पाया गया. स्थानीय लोगों की मानें, तो सिमराहा में एक दमकल वाहन की काफी आवश्यकता है, क्योंकि अगर समय पर दमकल वाहन पहुंच जाता, तो आग से हुए नुकसान को कम किया जा सकता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
