सड़कों पर मक्का सुखाने से हादसे की आशंका
ममाले में प्रशासन बेबस
प्रतिनिधि, भरगामा
प्रखंड क्षेत्र की प्रमुख सड़कों पर इन दिनों किसान मक्का सुखा रहे हैं. इससे हादसे का खतरा कई गुना बढ़ गया है. आये दिन मक्का सुखाने के कारण दुर्घटना में मौत होती रहती है. एनएच-327 ई समेत कई व्यस्त मार्गों पर मक्का फैले होने के कारण सड़कें संकरी हो गयी हैं. इसके चलते बड़े वाहनों, बाइक चालकों व पैदल यात्रियों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय प्रशासन ने कई बार किसानों को चेतावनी दी है, लेकिन इसके बावजूद सड़क पर मक्का सुखाने का सिलसिला नहीं थम रहा है. पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारी खुद इन सड़कों से गुजरते हैं, पर कार्रवाई के अभाव में किसानों के हौसले बुलंद हैं. पिछले वर्ष मक्का सुखाने के कारण कई दुर्घटनाएं हुई, लेकिन इस बार भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. वाहन चालकों का कहना है कि मक्का सड़क के एक बड़े हिस्से को ढंक लेता है. इससे ओवरटेकिंग या सामने से आने वाले वाहनों को पास लेने में भारी कठिनाई होती है. विशेष रूप से रात्रि में हादसे का खतरा और बढ़ जाता है.कहते हैं एनएचआइ के अधिकारी
इस संबंध में एनएचआइ के अधिकारी रजनीश कुमार ने कहा सड़क पर मक्का सुखाना नियमों के खिलाफ है. इस पर रोक लगाने के लिए शीघ्र ही सख्त कार्रवाई की जायेगी. सड़क पर मक्का सुखाना जहां प्रशासनिक लापरवाही व किसानों की विवशता को उजागर करता है. वहीं एक स्थायी समाधान की आवश्यकता की ओर भी संकेत करता है. यदि सरकार समय रहते इस दिशा में पहल नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में और भी गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
