दलित महिला ने बंधक बनाकर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का लगाया आरोप, एसपी को दिया आवेदन

फारबिसगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने नरपतगंज थानांतर्गत पलासी निवासी मो आलम आजाद नामक युवक पर कई गंभीर आरोप लगाये है.

By MRIGENDRA MANI SINGH | November 26, 2025 8:14 PM

अररिया. फारबिसगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने नरपतगंज थानांतर्गत पलासी निवासी मो आलम आजाद नामक युवक पर कई गंभीर आरोप लगाये है. पीड़ित महिला ने कहा कि आरोपित युवक ने उसे कहा कि उसके पति ने उसे बुलाया है. इसके बाद वह जबरन अपनी कार पर बैठाकर सुपौल जिला के वीरपुर भीमपुर लेकर चला गया, जहां कुछ दिन रखने के बाद फिर अररिया लेकर आया जो उससे जबरदस्ती एक कागज पर साइन कर नाॅटरी बना लिया. कुछ दिन भीमपुर में रखने के बाद फिर उसे कुछ अपने पलासी में कैद कर रखा. उनके परिजन उनपर दवाब डालकर आपत्तिजनक सामान खिलाने व धर्म परिवर्तन करने को लेकर दबाव बना रहे थे. आरोपित मो आलम आजाद ने उसे सहरसा से ट्रेन से लेकर दिल्ली चला गया था, बंधक बनाकर रखा गया. बच्चे को मारने की धमकी देता था. उनके पति ने कहा कि मामले को लेकर मेरे द्वारा फारबिसगंज थाना, एससी/एसटी थाना में लिखित शिकायत की गयी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ———– नहीं लगाना है खबर …. ये वाली दुष्कर्म की शिकार युवती ने शिशु को दिया जन्म, कोर्ट ने दिया डीएनए जांच का आदेश तीन माह के मासूम की डीएनए जांच के बाद पीड़िता को मिलेगा न्याय अररिया. ताराबाडी थाना कांड 33/25 के आलोक में न्यायालय ने एक पीड़िता को प्रसव होने के बाद मेडिकल के लिए सदर अस्पताल अररिया भेजा. इस संबंध में पीड़िता के पिता ने बताया कि हम गरीबी के कारण मजदूरी करने बाहर चले गये थे, कुछ समय बाद गांव के ही मोहर्रम ने मेरे बच्ची के साथ दुष्कर्म किया, जब वह गर्भवती हो गयी तो हमें मालूम होते ही घर पहुंचे व कई बार पंचायत भी हुई पर उक्त लोग दबंग रहने के कारण कुछ न्याय नहीं हो पाया, फिर हम थक-हार कर ताराबाड़ी थाना में लिखित शिकायत किये, मामला न्यायालय तक पहुंच गया. इसी बीच मेरी पुत्री ने एक पुत्र को जन्म दिया जो तीन माह का है. न्यायालय ने पुलिस को निर्देश दिया कि डीएनए जांच कराया जाये, जिससे स्पष्ट हो पायेगा कि आखिर यह पुत्र किसका है, बहरहाल मामला जो भी हो व जब तक जांच रिपोर्ट आये, इस बीच दुष्कर्म की शिकार युवती भी इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकर खा रही है, जबकि उसके कोख से जन्मा तीन माह का गुलाब भी अपने पिता के नाम को खोज रहा है. हालांकि, पुलिस की जांच व न्यायालय की लंबी बहस के बाद ही फैसला होगा कि दुष्कर्मी कौन है व तीन माह के गुलाब का पिता कौन है.

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