अररिया में तेजस्वी यादव ने कहा, देश को बांटने की साजिश कर रहे मोदी और शाह

अररिया : राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. वे यहां कॉलेज ग्राउंड में महागंठबंधन की ओर से आयोजित प्रतिरोध सभा में लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भाजपा और भाजपाई देश को बांटने की साजिश कर रहे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 17, 2020 9:38 PM

अररिया : राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. वे यहां कॉलेज ग्राउंड में महागंठबंधन की ओर से आयोजित प्रतिरोध सभा में लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भाजपा और भाजपाई देश को बांटने की साजिश कर रहे हैं. देशवासियों को बांटने के लिए ये दोनों भाई मिलकर सीएए-एनआरसी जैसा काला कानून लेकर आये हैं और जबरन देशवासियों पर इसे थोपना चाह रहे हैं. हम हरगिज ऐसा होने नहीं देंगे.

गुरुवार को वैशाली में आयोजित शाह की सभा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अमित शाह बिहार आये थे. वे बिहार आकर नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं, लेकिन वे ये नहीं जानते कि बिहार और बिहारवासी उड़ती चिड़िया को भी हल्दी लगाना जानते हैं. भाजपाई हिंदू-मुसलमान का राग अलाप कर बिहार समेत पूरे देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि बिहार के लोग अमन-चैन पसंद और भाईचारे में विश्वास रखने वाले हैं. वे उनके झांसे में नहीं आयेंगे, इसका उन्हें एहसास नहीं है. उन्होंने शायराना अंदाज में कहा कि मुल्क और मां बदले नहीं जाते, मां अपने बच्चों को कभी बेदखल नहीं करती. हम सीएए व एनआरसी जैसे काले कानून को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे.

सभा के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव जी जेल में हैं. उनका नाम सुनकर ही गृह मंत्री अमित शाह की सांसें फूलने लगती हैं. आज भले लालू जी जेल की चहारदीवारी के भीतर हैं, लेकिन आज पूरे बिहारवासी लालू जी बनकर एक साथ इस काले कानून के विरोध में खड़े हैं और मोदी-शाह के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं.

बिहार की महिलाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जो पहले पर्दे में रहा करती थीं, वे सभी महिलाएं आज घर से बाहर निकलकर इस काले कानून की मुखालफत कर रही हैं. अब वो वक्त आ गया है कि उन्हें बिहार ही नहीं, बल्कि केंद्र से भी उखाड़ फेंक दिया जाए. उन तानाशाहों को हर हाल में यह काला कानून वापस लेना ही होगा.

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