मांझी को मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने से भाजपा मजबूत होगी : पप्पू

पटना: राजद सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के खिलाफ माहौल बनाया जाना और बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया जाना ठीक नहीं होगा क्योंकि इससे भाजपा मजबूत होगी. उन्होंने मकर संक्रांति के अवसर पर साधु यादव के घर मांझी के जाने को सही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 18, 2015 3:59 PM

पटना: राजद सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के खिलाफ माहौल बनाया जाना और बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया जाना ठीक नहीं होगा क्योंकि इससे भाजपा मजबूत होगी.

उन्होंने मकर संक्रांति के अवसर पर साधु यादव के घर मांझी के जाने को सही ठहराया और कहा कि इस पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा मुख्यमंत्री को नसीहत दिया जाना लोकतांत्रिक मर्यादा के विरुद्ध है. पटना में आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए पप्पू ने कहा कि मांझी मकर संक्रांति के अवसर पर साधु यादव के घर व्यक्तिगत तौर पर गए थे, न कि राजनीतिक कारणों से. इसे लेकर इतनी हाय तौबा उस समय भी नहीं मची थी जब साधु यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी.
उन्होंने कहा कि हाल में राजद और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक-दूसरे से मिले थे. वे मांझी को मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रखने पर उसी समय आपस में बातचीत कर लेते लेकिन मुख्यमंत्री जो विधायक दल के नेता होते हैं, को पार्टी प्रवक्ता के जरिए नसीहत दिया जाना लोकतांत्रिक मर्यादा के खिलाफ है.
पप्पू यादव ने कहा कि मांझी से अगर कोई गलती हुई है तो उसे लेकर आपस में मिल-बैठकर बातचीत की जानी चाहिए, न कि सार्वजनिक तौर पर उन्हें नसीहत देकर. उन्होंने सुशील कुमार मोदी पर राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सहित जदयू के दो नेताओं के साथ मिलकर 20-20 का गेम खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि ललन सिंह आज नीतीश के हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं जबकि जदयू के दूसरे नेता जीतन राम मांझी के हिमायती बने हुए हैं.
पप्पू ने आरोप लगाया कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान ललन सिंह नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनने देने के लिए कांग्रेस के हेलीकाप्टर से घूम-घूमकर उनके विरुद्ध प्रचार में लगे हुए थे और वह आज नीतीश के हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि अहंकार को बिना किनारे रखे, और पुराने जनता परिवार के विलय की प्रक्रिया में मांझी को शामिल किए बिना विलय की प्रक्रिया को मूर्त रुप नहीं दिया जा सकता.
पप्पू ने कहा कि मांझी के खिलाफ माहौल बनाया जाना और उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री पद से हटाया जाना दल के हित में नहीं होगा क्योंकि इससे भाजपा मजबूत होगी और दोबारा सत्ता में आना हम लोगों के लिए सपना बनकर रह जाएगा.उन्होंने कहा कि विलय के बाद अगर बिहार में सरकार का नए सिरे से गठन होता है तो उपमुख्यमंत्री पद पर अल्पसंख्यक समुदाय से किसी को आसीन किया जाना चाहिए.

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