मैसेज भेजिए, चलती ट्रेन में मदद को पहुंचेगी जीआरपी

पटना: पटना सहित पूरे बिहार में चलनेवाली ट्रेनों में लूटपाट, डकैती और हमलों की बढ़ती घटनाओं ने रेल यात्रियों की नींद उड़ा दी है. लेकिन, अब आपको इससे राहत मिल सकती है. सफर के दौरान अपने एंड्रॉयड फोन से किसी भी संदिग्ध या अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को हवालात पहुंचाने में मददगार बन सकते हैं. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 6:25 AM

पटना: पटना सहित पूरे बिहार में चलनेवाली ट्रेनों में लूटपाट, डकैती और हमलों की बढ़ती घटनाओं ने रेल यात्रियों की नींद उड़ा दी है. लेकिन, अब आपको इससे राहत मिल सकती है. सफर के दौरान अपने एंड्रॉयड फोन से किसी भी संदिग्ध या अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को हवालात पहुंचाने में मददगार बन सकते हैं.

ट्रेन में लावारिस सामान या किसी भी घटना की जानकारी देने के लिए आपको अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी. दरअसल जीआरपी ‘जीआरपी बिहार पब्लिक सेवा’ के नाम से एक एप्लीकेशन तैयार करने जा रही है. इससे कोई भी यात्री यात्र के दौरान होनेवाली किसी भी प्रकार की समस्या की शिकायत अपने एंड्रॉयड मोबाइल से सीधे जीआरपी के अधिकारियों तक कर सकेगा.

अपराध पर लगेगी लगाम

जीआरपी अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार यह सुविधा सभी एंड्रॉयड मोबाइल में दी जायेगी. कोई भी यात्री अपने एंड्रॉयड मोबाइल से बिहार उक्त एप्लीकेशन को डाउनलोड कर सकता है. दरअसल सफर के दौरान देखा गया है कि कई यात्री शिकायत करना चाहते हैं, लेकिन वह अपनी पहचान को लेकर इस बात से हिचकिचाते रहते हैं. ऐसे लोगों को इस एप से फायदा मिलेगा, क्योंकि इस योजना के तहत सूचना देनेवाले लोगों की पहचान बिल्कुल गुप्त रखी जायेगी. हालांकि कंप्लेन के दौरान आपको अपनी पहचान आइडी, मोबाइल नंबर या फिर इ-मेल आइडी को सूचना से पहले जीआरपी को लिखाना होगा.

इस तरह से करेगा काम

अपराध की सूचना देने के लिए आपको मोबाइल एप्लीकेशन के लिए अपने एंड्रॉयड या आइ-फोन में जीआरपी बिहार पब्लिक सेवा सर्च कर इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होगा. इसके बाद कोई भी अपराधी अपराध करते नजर आता है, तो दूर से उसका फोटो ले सकते हैं या वीडियो बना सकते हैं. वहीं अगर आप उस घटना के बारे में एसएमएस टाइप करने की स्थति में नहीं हैं, तो एप्लीकेशन में ऑडियो की भी सुविधा दी जायेगी. ऑडियो के ऑप्शन में जाकर उसे क्लिक करें और इसमें पूरी घटना की सूचना दे दें.

सूचना मिलते ही पहुंचेगी टीम

यात्रियों का मैसेज डायरेक्ट पुलिस कंट्रोल रूम में पहुंचेगा. मैसेज के बाद आपका लोकेशन भी जीआरपी को तुरंत मिल जायेगा. इसके बाद कंट्रोल रूम में बैठी टीम संबंधित रेलवे स्टेशन के पुलिस को भेजेगी. मैसेज मिलते ही जीआरपी की टीम आपकी मदद के लिए संबंधित कोच में पहुंच जायेगी. फिलहाल यह व्यवस्था अभी बिहार के लिए शुरू की जा रही है.

बदमाशों तक पहुंचने में होगी आसानी

ट्रेनों में बढ़ते अपराधों को देखते हुए जीआरपी इस तरह की योजना बना रही है. अगर सब कुछ सफल रहा, तो अगले महीने तक इसे लागू कर दिया जायेगा. इससे अपराधों पर लगाम लगेगी, साथ ही जीआरपी को भी बदमाशों तक पहुंचने में आसानी होगी

संजय पांडे, इंस्पेक्टर, जीआरपी

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