पटना : अवामी को-ऑपरेटिव बैंक में फर्जी लोन बांटने का कर्मियों ने लगाया आरोप

पटना : नोटबंदी के दौरान ब्लैक मनी को व्हाइट करने के मामले में अवामी को-ऑपरेटिव बैंक पर सीबीआइ से लेकर आयकर विभाग की कार्रवाई हो चुकी है. राजद के पूर्व मंत्री अनवर अहमद के बेटे अरशद अहमद की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है, लेकिन उसके जिस बैंक में बड़े स्तर पर धांधली हुई थी, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 23, 2019 3:32 AM

पटना : नोटबंदी के दौरान ब्लैक मनी को व्हाइट करने के मामले में अवामी को-ऑपरेटिव बैंक पर सीबीआइ से लेकर आयकर विभाग की कार्रवाई हो चुकी है. राजद के पूर्व मंत्री अनवर अहमद के बेटे अरशद अहमद की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है, लेकिन उसके जिस बैंक में बड़े स्तर पर धांधली हुई थी, वह अब भी चल रहा है.

इस बार इसके सभी कर्मियों ने ही बैंक में धांधली व फर्जी लोन बांटने का आरोप लगाया है. कर्मियों ने प्रधानमंत्री, रिजर्व बैंक के गवर्नर, सीबीआइ से लेकर अन्य सभी को पत्र लिख कर इस मामले की नये सिरे से जांच कराने की मांग की है. इस धांधली में अवामी सहकारिता बैंक के महाप्रबंधक तनवीर अहमद की भूमिका सबसे अहम है.

कर्मियों का आरोप है कि सिर्फ एलआइसी की पॉलिसी पर लाखों रुपये का लोन बांट दिया गया है. कई पॉलिसी इसमें फर्जी है या इसकी सत्यता पर संदेह होती है. कुछ ऐसी पॉलिसी के आधार पर लोन बांट दिया गया है, जिस पर उतना ऋण दिया ही नहीं जा सकता था. अगर जांच करने या इस तरह के दस्तावेज पर लोन पास करने में अगर कोई कर्मचारी मना करता है, तो उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है.

साथ ही उसके साथ बदसलूकी भी की जाती है. कर्मियों का आरोप है कि बैंक ने करीब 80 ऐसे गलत या फर्जी दस्तावेज पर लाखों रुपये का ऋण वितरण कर दिया है. अगर इसकी जांच की जाये, तो ऋण भी इनके जनने वालों को ही दिया गया है. यह जनता के पैसे का पूरी तरह से दुरुपयोग है और एक बड़ा घोटाला है. इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. हालांकि सीबीआइ इस बैंक से जुड़े मामले की जांच पहले से कर रही है.

Next Article

Exit mobile version