मासूमों को बांध कर पीटा, थूक भी चटवाया

बनमनखी (पूर्णिया) : बकरी चोरी करने के आरोप में दो मासूम बच्चों को भरी पंचायत में न केवल बांध कर पीटा गया, बल्कि उससे थूक भी चटवाया गया. मासूम बच्चों से पंचों ने कान पकड़ कर उठक-बैठक भी करवायी और यह हिदायत देकर छोड़ा कि अब से वह बकरी की चोरी नहीं करेगा. पंचायत की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 22, 2018 4:28 AM
बनमनखी (पूर्णिया) : बकरी चोरी करने के आरोप में दो मासूम बच्चों को भरी पंचायत में न केवल बांध कर पीटा गया, बल्कि उससे थूक भी चटवाया गया. मासूम बच्चों से पंचों ने कान पकड़ कर उठक-बैठक भी करवायी और यह हिदायत देकर छोड़ा कि अब से वह बकरी की चोरी नहीं करेगा. पंचायत की इस कार्रवाई का वीडियो भी बनाया गया है, जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है.
जब बच्चों की पिटाई की जा रही थी तब भीड़ तमाशबीन बनी बैठी थी. यह वाकया बनमनखी अनुमंडल की काझी हृदयनगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 का है. बताया जाता है कि गुरुवार को इसी गांव के नुनूलाल शर्मा की बकरी गुम हो गयी थी. काफी खोजबीन के बावजूद पता नहीं चला.
घरवालों को शंका थी कि गांव के ही कुछ बच्चे बकरी को चुरा ले गये हैं. इसी शक के आधार पर गांव के ही आठ वर्षीय राजीव एवं दस वर्षीय मदन शर्मा को घर वालों ने पकड़ लिया और उन पर चुरायी गयी बकरी को वापस लाने के लिए दबाव बनाने लगे. दोनों बच्चों के इन्कार करने के बावजूद घर वालों ने उनकी एक न सुनी और मामला पंचायत में ले गये.
दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह पंचायत बुलायी गयी. पंचायत में दोनों बच्चों और उसके पिता को भी बुलाया गया. दोनों से बकरी चोरी के बारे में बारी-बारी से पूछा गया. डरे-सहमे दोनों बच्चों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था. दोनों चुप रहे. बाद में पंचों के आदेश पर दोनों बच्चों के हाथ-पैर रस्सी से बांधो दिये गये और बांस की करची से दोनों की पिटाई की गयी. उन दोनों की सजा यहीं तक खत्म नहीं हुई.
दोनों के हाथ-पैर खोल दिये गये और गिनती से 25-25 बार उठक-बैठक करायी गयी. इतना ही नहीं, दोनों से थूक भी चटवाये गये. पंचों ने हिदायत दी कि अब भविष्य में अगर एेसी गलती हुई तो इससे बड़ी सजा दी जायेगी. कुलदीप शर्मा का पुत्र राजीव तीसरी कक्षा में और झमेली शर्मा का पुत्र मदन पांचवीं कक्षा में पढ़ता है. दोनों के पिता काफी गरीब हैं और मजदूरी कर भरण-पोषण करते हैं.
टिप्पणी
नाबालिग बच्चों की इस तरह पिटाई करना एक गंभीर मामला है. अभी तक पीड़ित परिवारों की ओर से कोई आवेदन नहीं आया है. यदि आवेदन आता है तो इस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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