कौन हैं मिथुन मन्हास जो बन सकते हैं BCCI अध्यक्ष, भारत के लिए नहीं खेला एक भी मैच फिर भी दावेदारी तय

Who is Mithun Manhas set to be BCCI President: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में 70 वर्ष का नियम लागू होने के बाद रोजर बिन्नी अध्यक्ष पद से हट चुके हैं. उनके जाने के बाद कई नामों पर चर्चा चली, लेकिन सबको पीछे छोड़ते हुए दिल्ली के पूर्व खिलाड़ी मिथुन मन्हास अगले बीसीसीआई अध्यक्ष बन सकते हैं.

By Anant Narayan Shukla | September 21, 2025 9:59 AM

Who is Mithun Manhas set to be BCCI President: रोजर बिन्नी के बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का शीर्ष पद खाली है. इस पोजीशन के लिए अब तक कई दिग्गज क्रिकेटरोंं का नाम सामने आए. लेकिन उनमें से किसी पर बात नहीं बनी. वहीं अब इस पद के लिए पूर्व दिल्ली कप्तान मिथुन मन्हास (Mithun Manhas) भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे निकलकर सामने आए हैं. दिल्ली में शनिवार को पूरे दिन चली लंबी और गहन बैठकों के बाद उनका बीसीसीआई अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. मन्हास का अध्यक्ष पद के लिए चुना जाना कई लोगों के लिए चौंकाने वाला रहा. इस दौड़ में भारत के पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुल, हरभजन सिंह, किरन मोरे और रघुराम भट्ट भी शामिल थे. 

बीसीसीआई अध्यक्ष के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख रविवार दोपहर है, जबकि चुनाव 28 सितंबर को बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (AGM) में होंगे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के पूर्व बल्लेबाज मिथुन मन्हास भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अगले अध्यक्ष बनने जा रहे हैं. 2019 में बीसीसीआई संविधान में हुए संशोधन के बाद से यह रुझान रहा है कि ऐसे नामांकन प्रायः निर्विरोध होते हैं. रघुराम भट्ट का नाम इस पद के लिए सबसे आगे था, लेकिन कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के अध्यक्ष भट्ट को अपेक्स काउंसिल में जगह मिलने की संभावना है. माना जा रहा है कि भट अध्यक्ष पद से इसलिए चूक गए क्योंकि पूर्व अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी कर्नाटक से थे. यह निर्णय लिया गया कि दो लगातार अध्यक्ष एक ही क्षेत्र से नहीं होने चाहिए. कर्नाटक के पूर्व क्रिकेटर रघुराम भट्ट को कोषाध्यक्ष पद का दावेदार बनाया जा सकता है. 

कौन हैं मिथुन मन्हास जो बन सकते हैं bcci अध्यक्ष, भारत के लिए नहीं खेला एक भी मैच फिर भी दावेदारी तय 2

कौन हैं मिथुन मन्हास- Who is Mithun Manhas

वहीं बीसीसीआई का यह मानना रहा है कि बोर्ड का नेतृत्व किसी क्रिकेटर के हाथों में होना चाहिए. पिछले दो अध्यक्ष सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी रहे हैं. मन्हास पिछले कुछ वर्षों से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) के साथ बतौर प्रशासक काम कर रहे हैं. वे पहले ऐसे अनकैप्ड (अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न खेलने वाले) खिलाड़ी होंगे जो बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर आसीन होंगे. मन्हास ने अपने 18 साल लंबे करियर में 157 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 9,714 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व किया. घरेलू क्रिकेट में उन्हें एक बड़े स्तंभ के रूप में देखा जाता था. मन्हास दलीप ट्रॉफी के लिए नॉर्थ जोन के संयोजक रहे हैं. वर्तमान में वे जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) के प्रशासक हैं और JKCA का प्रतिनिधित्व करते हुए बीसीसीआई की AGM में हिस्सा लिया है.

कुछ और पदों पर फेरबदल की संभावना

वहीं यह देखना दिलचस्प होगा कि मौजूदा उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला अपने पद पर बने रहते हैं या नहीं. वरिष्ठ राजनेता शुक्ला उपाध्यक्ष के तौर पर पहले ही पांच साल पूरे कर चुके हैं, हालांकि उनके इस पद पर बने रहने की संभावना ज्यादा है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार यह भी चर्चा है कि भट्ट नए उपाध्यक्ष बन सकते हैं. रविवार सुबह एक और दौर की अहम बैठक होने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई मौजूदा सचिव देवजीत सैकिया को ही बरकरार रखेगा. वहीं प्रभतेज सिंह भाटिया (छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ) को संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद है.

IPL चेयरमैन और अपेक्स काउंसिल में भी होगा बदलाव

अरुण धूमल के आईपीएल चेयरमैन पद पर बने रहने की संभावना है. हालांकि, बीसीसीआई कानूनी विशेषज्ञों से यह राय ले रहा है कि क्या धूमल बिना “कूलिंग ऑफ पीरियड” के इस पद पर जारी रह सकते हैं, क्योंकि वे पहले तीन साल तक बोर्ड के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं. बीसीसीआई ने अपेक्स काउंसिल और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के लिए भी नए चुनाव कराने की योजना बनाई है. जयदेव शाह, जो पूर्व पदाधिकारी निरंजन शाह के बेटे हैं, अपेक्स काउंसिल में शामिल हो सकते हैं. जयदेव ने सौराष्ट्र के लिए 120 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं. बीसीसीआई द्वारा सभी राज्य संघों को भेजे गए परिपत्र के अनुसार, प्रतिनिधियों को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 12 सितंबर थी. उम्मीदवार अपना नामांकन 23 सितंबर तक वापस ले सकते हैं, जबकि चुनाव 28 सितंबर को होंगे.

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