Marco Jansen: उन्हें रोकना काफी मुश्किल, विराट कोहली को लेकर मार्को यानसन ने दिया बड़ा बयान
Marco Jansen Statement on Virat Kohli: रांची वनडे में विराट कोहली के शतक ने भारत को साउथ अफ्रीका पर 17 रन की जीत दिलाई. मैच के बाद मार्को यानसन ने माना कि कोहली जैसे बल्लेबाज को एक बार सेट होने के बाद रोकना बेहद मुश्किल है. यानसन ने कहा कि शुरुआती गेंदें ही असली मौका होती हैं क्योंकि कोहली के लय में आने पर गेंदबाजों के लिए चुनौती बढ़ जाती है.
Marco Jansen Statement on Virat Kohli: भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच रांची में खेले गए पहले वनडे में विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपनी क्लास का शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक जड़ा और टीम को 17 रन से जीत दिलाई. इस पारी ने न सिर्फ फैन्स का दिल जीता बल्कि विपक्षी खेमे को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. साउथ अफ्रीका के हरफनमौला खिलाड़ी मार्को यानसन (Marco Jansen) ने खुलकर स्वीकार किया कि कोहली जैसे विश्वस्तरीय बल्लेबाज को एक बार जम जाने के बाद रोक पाना लगभग असंभव हो जाता है. यानसन के अनुसार कोहली की बल्लेबाजी की समझ और सूझबूझ गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती बन जाती है.
कोहली पर काबू पाना सबसे कठिन
रांची वनडे के बाद मार्को यानसन ने साफ कहा कि विराट कोहली जैसे बल्लेबाज के सामने गेंदबाजों के पास शुरुआती कुछ गेंदों में ही मौका होता है. उनके अनुसार पहले 10 से 15 गेंदें ही असली मौका होती हैं क्योंकि तब बल्लेबाज क्रीज पर खुद को सेट करने की कोशिश करता है. यानसन ने कहा कि जैसे ही कोहली लय में आ जाते हैं और विकेट की चाल समझ लेते हैं. उन्हें रोकना काफी मुश्किल हो जाता है. यही कारण है कि कोहली को गेंदबाजी करना हर युवा गेंदबाज के लिए सीखने जैसा होता है.
कोहली का 52वां शतक
इस रोमांचक मुकाबले में विराट कोहली ने अपना 52वां वनडे शतक लगाया और भारत को 17 रन से जीत दिलाई. इस जीत के साथ भारतीय टीम ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. कोहली की पारी टीम के लिए स्तंभ की तरह रही जिसने शुरुआत में गिरते विकेट के बाद टीम को संभाला. उनकी टेकनीक और स्ट्राइक रोटेशन ने भारतीय पारी को मजबूत किया. यानसन ने भी माना कि कोहली आधुनिक दौर के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक हैं जो मैच को अपनी मर्जी से मोड़ने की क्षमता रखते हैं.
यानसन की पुरानी यादें
मार्को यानसन ने याद किया कि कोहली को उन्होंने पहली बार 2017-18 में तब गेंदबाजी की थी जब वह सिर्फ 17 साल के नेट गेंदबाज थे. उन्होंने कहा कि तब भी कोहली की क्लास और आत्मविश्वास अलग ही स्तर का था. यानसन ने बताया कि कोहली का ड्राइव, पुल, कट और पैरों का इस्तेमाल हमेशा से बेहतरीन रहा है और यह आज भी वही है. फर्क बस इतना है कि अब कोहली और ज्यादा समय तक क्रीज पर टिककर टीम को जीत दिलाना चाहते हैं. यानसन के अनुसार कोहली को गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण जरूर है लेकिन उतना ही मजेदार भी.
साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी पर यानसन का बयान
मैच में भारत ने शुरुआत में जल्दी विकेट खो दिए थे लेकिन बाद में कोहली की मौजूदगी ने स्थितियों को बदल दिया. यानसन ने कहा कि अफ्रीकी गेंदबाजों ने बुरा प्रदर्शन नहीं किया. उन्होंने शुरुआत में विकेट भी लिए लेकिन भारत ने बीच के ओवरों में अच्छी वापसी की. यानसन ने कहा कि टीम में लगातार छोटे छोटे सुधार ही आगे सफलता की कुंजी हैं. इस मैच में दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी एडन मार्करम ने की क्योंकि नियमित कप्तान टेम्बा बावुमा को आराम दिया गया था.
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