पाकिस्तानी बल्लेबाज फखर जमान पर चला आईसीसी का डंडा, गुनाह की मिली सजा

ICC News: श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज के दौरान पाकिस्तानी ओपनर को आईसीसी की ओर तगड़ा झटका लगा है. फखर जमान पर मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. उन्होंने आउट होने के बाद मैदानी अंपायर से लंबी बहस की और आईसीसी के आचार संहिता का उल्लंघन किया.

By AmleshNandan Sinha | December 5, 2025 10:32 PM

ICC News: पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज फखर जमान पर मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 29 नवंबर को श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल के दौरान आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन का दोषी पाया है. यह जुर्माना पाकिस्तान की पारी के अंत में हुई एक घटना के बाद लगाया गया है, जिसमें जमान ने मैदान पर लिए गए एक फैसले पर गुस्से में प्रतिक्रिया व्यक्त की थी जिसके कारण उन्हें आउट दे दिया गया था. Pakistani batsman Fakhar Zaman was punished by ICC for his crime

अंपायर के साथ जमान ने की बहस

आईसीसी के अनुसार, जमान ने खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ के लिए आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन किया, जो विशेष रूप से इंटरनेशनल मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति जताने से संबंधित है. जमान पर यह आरोप 19वें ओवर की घटनाओं से जुड़ा है, जब बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मैदानी अंपायरों के साथ लंबी बहस की और उस फैसले को चुनौती दी जिसकी वजह से उन्हें अपना विकेट गंवाना पड़ा. उनकी स्पष्ट हताशा और लगातार विवाद को खेल के अनुशासनात्मक मानकों की सीमा पार करने वाला माना गया.

डिमेरिट अंक से बैन लगने का खतरा

आर्थिक दंड के साथ, जमान को एक डिमेरिट अंक भी मिला है, जो पिछले 24 महीनों में उनके रिकॉर्ड में पहला है. डिमेरिट अंक दो साल तक प्रभावी रहते हैं और इस अवधि के दौरान चार या उससे ज्यादा अंक जमा करने वाले खिलाड़ियों पर निलंबन अंक लागू होते हैं, जिसके कारण उन्हें आगामी सभी प्रारूपों के मैचों से प्रतिबंधित किया जा सकता है. एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी के मैच रेफरी रॉन किंग ने यह जुर्माना लगाया. जमान ने आरोप और सजा दोनों स्वीकार कर लिए, जिससे औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी.

लेवल 1 के अपराध में मैच फीस का 50 फीसदी हो सकता है जुर्माना

यह आरोप फाइनल की अंपायरिंग टीम द्वारा लगाया गया था. मैदानी अंपायर अहसान रजा और आसिफ याकूब, जिनका समर्थन थर्ड अंपायर राशिद रियाज और फोर्थ अंपायर फैसल अफरीदी ने किया. आईसीसी आचार संहिता के तहत लेवल 1 के अपराध सबसे हल्के दर्जे के होते हैं, लेकिन फिर भी इनके गंभीर परिणाम होते हैं. इनमें आधिकारिक फटकार से लेकर खिलाड़ी की मैच फीस के 50 प्रतिशत तक के जुर्माने की सजा हो सकती है, साथ ही उल्लंघन की गंभीरता के आधार पर एक या दो डिमेरिट अंक भी जोड़े जा सकते हैं.

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