बतौर कप्तान आखिरी मैच में कैप्टन कूल की धुंआधार बैटिंग, धौनी धौनी…के शोर से गूंजा स्टेडियम
मुंबई : महेंद्र सिंह धौनी भले ही अपनी कप्तानी में अपना आखिरी मैच हार गये, लेकिन उन्होंने मंगलवार को मैदान पर फैंस का दिल जीत लिया. कैप्टन कूल धौनी ने अपने समर्थकों को जरा भी निराश नहीं किया और हर क्षेत्र में दर्शकों का मनोरंजन कराया. जब-जब वे बल्ले का कमाल दि खा रहे थे […]
मुंबई : महेंद्र सिंह धौनी भले ही अपनी कप्तानी में अपना आखिरी मैच हार गये, लेकिन उन्होंने मंगलवार को मैदान पर फैंस का दिल जीत लिया. कैप्टन कूल धौनी ने अपने समर्थकों को जरा भी निराश नहीं किया और हर क्षेत्र में दर्शकों का मनोरंजन कराया. जब-जब वे बल्ले का कमाल दि खा रहे थे स्टेडियम में बैठे दर्शक धौनी धौनी… चिल्लाकर उनका मनोबल बढा रहे थे.
दर्शकों को उम्मीद थी कि धौनी चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे, लेकिन उन्होंने युवराज को इस नंबर पर उतारा और 41वां ओवर समाप्त होने पर रायुडू के रिटायर्ड आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे. दर्शकों ने खड़े होकर और तालियों की गूंज के साथ उनका स्वागत किया. धौनी ने डेविड विली पर लगातार दो चौके जड़कर अपने हाथ खोले और क्रिस वोक्स जब पारी का आखिरी ओवर करने के लिए आये, तो उसमें 23 रन बटोरे.
उन्होंने इस ओवर में दो छक्के और दो चौके जड़कर अपना अर्धशतक पूरा करने के साथ ही टीम का स्कोर भी 300 रन के पार पहुंचाया. रायुडु ने इससे पहले भारतीय पारी को संवारा. मनदीप सिंह (आठ) शुरू से जूझते हुए नजर आये. उनके आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे रायुडू ने मौके का पूरा फायदा उठाया तथा 97 गेंदों पर 11 चौकों और एक छक्के की मदद से शतक पूरा किया. उन्होंने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 111 और युवराज के साथ तीसरे विकेट के लिए 91 रनों की उपयोगी साझेदारियां की.
बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज धवन को वनडे टीम में चुना गया है और उन पर रन बनाने का दबाव था. उन्होंने 84 गेंदों का सामना करके आठ चौके और एक छक्का लगाया तथा फार्म में वापसी के संकेत दिये. युवराज ने अपना पुराना रंग दिखाने का वादा पूरा किया तथा कुछ आकर्षक शॉट लगाये.
