इन पांच वजहों से टीम इंडिया को मिली इंग्‍लैंड के खिलाफ 4 चार साल बाद बड़ी जीत

विशाखापत्तनम : स्पिनरों की शानदार गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने दूसरे टेस्‍ट मैच में इंग्‍लैंड की टीम को आज बड़े अंतर से मात दे दिया और पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली. भारत ने खेल के पांचवें दिन अंग्रेजों को महज 158 रन पर ढेर कर दिया और मैच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2016 4:43 PM

विशाखापत्तनम : स्पिनरों की शानदार गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने दूसरे टेस्‍ट मैच में इंग्‍लैंड की टीम को आज बड़े अंतर से मात दे दिया और पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली. भारत ने खेल के पांचवें दिन अंग्रेजों को महज 158 रन पर ढेर कर दिया और मैच 246 रन से जीत लिया.

इंग्‍लैंड के खिलाफ रोजकोट में खेले गये पहले टेस्‍ट मैच में ड्रॉ होने पर भारतीय टीम और खास कर स्पिनरों की काफी फजीहत हुई थी. अश्विन की गेंदबाजी पर भी काफी सवाल उठाया गया था, लेकिन विशाखापत्तनम में शानदार जीत से टीम इंडिया और अश्विन ने खुद को फिर से साबित किया है. भारत के मैच को देखकर ‘लगान’ फिल्‍म की याद आ जाती है. आइये जानते हैं जीत की पांच बड़ी वजहें.
1. स्पिनरों की शानदार गेंदबाजी
टीम इंडिया की जीत में सबसे बड़ी भूमिका स्पिनरों की रही है. पहली पारी में भारतीय स्पिनरों के आगे इंग्‍लैंड की टीम बौनी साबित हुई और पूरी टीम 255 रन पर ही सिमट गयी. पहली पारी में अश्विन ने सबसे अधिक 5 विकेट लिये थे. वहीं जडेजा और जयंत यादव ने एक-एक विकेट लिये थे. दूसरी पारी में भी स्पिनरों की भूमिका काफी अहम रही. स्पिनरों ने 8 विकेट लिये और दो विकेट तेज गेंदबाज मोहम्‍मद सामी के खाते में गया. स्पिनरों की धमाकेदार प्रदर्शन के कारण ही भारत को आसानी से जीत मिली.
2. जयंत यादव ने डेब्‍यू मैच में ही किया कमाल
भारत की इस शानदार जीत में स्पिनरों की भूमिका सबसे अहम रही. लेकिन जयंत यादव जो टेस्‍ट मैच में अपना पहला मैच खेल रहे थे उनकी भूमिका को दरकिनार नहीं किया जा सकता. उन्‍होंने अपने डेब्‍यू मैच में चार विकेट लेकर सबसे अपना दिवाना बना लिया है. हर ओर उनकी गेंदबाजी की तारीफ हो रही है. सोशल मीडिया में जयंत यादव ट्रेंड भी करने लगा है.
जयंत यादव हरियाणा के आलराउंडर हैं और अभी 26 साल के हैं. यह दाहिने हाथ के बैट्‌समैन और दाहिने हाथ के आफ ब्रेक गेंदबाज हैं. जयंत ने अभी मात्र एक टेस्ट मैच और एक एकदिवसीय मैच खेला है. टेस्ट में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा. उन्होंने चार विकेट लिये और कुल 67 रन बनाये. हालांकि उनके बल्ले से बहुत रन नहीं बरसे लेकिन दूसरी पारी में वे 27 रन बनाकर आल आउट रहे. जयंत का प्रदर्शन ऐसा था कि उन्हें प्रशंसा मिली और उन्होंने अगले टेस्ट में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है.
3. कोहली की विराट कप्‍तानी पारी
विराट कोहली कप्‍तान के रूप में निखरते जा रहे हैं. उनकी बल्‍लेबाजी में टीम इंडिया दिनों दिन और भी मजबूत होती जा रही है. जिस तरह से उनके बल्‍ले से रन बन रहे हैं अगर यह जारी रहा तो वो दिन दूर नहीं की जब क्रिकेट के कई रिकॉर्ड उनके नाम रहेगा.
भारत की जीत में कप्‍तान विराट कोहली की भूमिका भी अहम रही है. कोहली के बल्‍ले से इस टेस्‍ट मैच में कुल 248 रन बने. पहली पारी में कोहली ने शानदार 167 रनों की पारी खेली थी और दूसरी पारी में 81 रन बनाये. कोहली ने इस टेस्‍ट मैच में अपने टेस्‍ट कैरियर का 14वां शतक और 13वां अर्धशतक पूरा किया. कोहली की शानदार पारी के लिए उन्‍होंने मैन ऑफ दी मैच से सम्‍मानित किया गया.
4. पिच ने भी जीत में अहम भूमिका निभायी
भारतीय पिच हमेशा से विवादों में रहा है. इंग्‍लैंड के खिलाफ राजकोट में खेले गये पहला टेस्‍ट मैच ड्रॉ रहने के बाद पिच को लेकर काफी हंगामा हुआ था. खुद कप्‍तान विराट कोहली पिच पर अपना गुस्‍सा निकाल चुके थे. कोहली ने आरोप लगाया था कि पिच सही नहीं रहने के कारण स्पिनरों को विकेट लेने में खासा दिक्कत हुआ और नतिजा र्डॉ रहा.
कोहली और अन्‍य क्रिकेटरों के पिच पर नाराजगी को देखते हुए विशाखापत्तनम की पिच को स्पिनरों के अनुसार बनाया गया था. मैच शुरू होने से पहले कोहली भी पिच को देखकर काफी खुश हुए थे. बहरहाल मैच में स्पिनरों को पिच से काफी मदद मिली और भारत को इंग्‍लैंड पर जोरदार जीत मिली.
5. चेतेश्वर पुजारा की शानदार पारी
भारत अकसर अपना मैच बल्‍लेबाजों और स्पिरनों को कारण जीतते आया है. इस मैच में भी बल्‍लेबाजों और स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन दिखाया. पहली पारी में कप्‍तान विराट कोहली के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने शानदार शतक जमाया था. पुजारा ने तो कमाल की बल्‍लेबाजी करते हुए लगातार तीन टेस्‍ट मैच में तीसरा शतक जमाया.
इसके साथ ही उन्‍होंने अपने टेस्‍ट कैरियर में 3000 रन भी पूरे कर लिये और सचिन तेंदुलकर और रा‍हुल द्रविड के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. टेस्‍ट मैच में सबसे तेज 3 हजारी बनने के मामले में अब सचिन-द्रविड और पुजारा एक पंक्ति में खड़े हो गये हैं. पुजारा ने पहली पारी में शानदार 119 रनों की पारी खेली थी. पुजारा की इस शानदार पारी ने भी भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई है.