”दिखता कम है पर भारत का स्कोर बहुत बड़ा”

मोहाली : भारत भले ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में आज यहां टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 201 रन पर आउट हो गया हो लेकिन बल्लेबाजी कोच संजय बांगड का मानना है कि भारतीय स्कोर जितना दिख रहा है उसकी तुलना में यहां की धीमी और टर्न लेती पिच पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2015 9:02 PM

मोहाली : भारत भले ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में आज यहां टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 201 रन पर आउट हो गया हो लेकिन बल्लेबाजी कोच संजय बांगड का मानना है कि भारतीय स्कोर जितना दिख रहा है उसकी तुलना में यहां की धीमी और टर्न लेती पिच पर वह काफी बडा स्कोर है.

बांगड ने कहा कि भारतीय स्पिनरों ने दक्षिण अफ्रीका के दो बल्लेबाज पवेलियन भेजकर दो विकेट पर 28 रन कर दिया और इसलिए पहले टेस्ट मैच में दोनों टीमों को पलडा बराबरी पर है. बांगड से पूछा गया कि भारत टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फायदा उठाने में नाकाम रहा, उन्होंने कहा, ‘‘कुछ हद तक हां, लेकिन हमने उनके भी दो विकेट निकाल दिये हैं.
यदि 20 ओवर के बाद उनका स्कोर दो विकेट पर 28 रन है तो इससे साबित होता है कि 201 रन का स्कोर जितना दिख रहा है वह उससे कहीं बड़ा है. ” उन्होंने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘यहां का विकेट चुनौतीपूर्ण है. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह अच्छा विकेट है या बुरा विकेट लेकिन यह बेहद चुनौतीपूर्ण विकेट है जिसमें रन बनाना आसान नहीं है. ”
बांगड ने कहा, ‘‘प्रतिस्पर्धी क्रिकेट वह होता है जिसमें बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों को समान अवसर मिलें. मेरा मानना है कि गेंदबाजों को मौके मिले. इस पिच पर गेंदबाजों का पलडा भारी है ओर बल्लेबाजों को उससे तालमेल बिठाना होगा. ”
भारत की तरफ से मुरली विजय ने सर्वाधिक 75 रन बनाये. उनके अलावा रविंद्र जडेजा (38), चेतेश्वर पुजारा (31) और रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 20) ने भी उपयोगी योगदान दिया. बांगड ने कहा कि इस पिच पर टिककर खेलना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि इस विकेट पर रन बन सकते हैं जैसे कि विजय ने दिखाया. जब पुजारा और विजय बल्लेबाजी कर रहे थे और यहां तक कि अजिंक्य रहाणे और विजय तो तब बल्लेबाजी आसान लग रही थी. इस पर बल्लेबाज के संयम की परीक्षा होगी और यहां तक कि गेंदबाजों को भी विकेट के लिये कडी मेहनत करनी होगी.
यहां पर गेंद पिच होने के बाद धीमी हो रही है और वह बल्ले पर नहीं आ रही है. इस पर बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों के संयम की परीक्षा होगी. ” बांगड ने कहा, ‘‘जब भारतीय टीम विदेशों में जाती है तो आप सीम मूवमेंट इतना मिलेगा या हवा में मूवमेंट कितना मिलेगा. गेंद कितनी स्पिन, सीम या स्विंग लेगी इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. यह सभी बल्लेबाजों के लिये चुनौती है. इसी तरह से इस तरह की पिच पर रन बनाना और विकेट लेना कला है. इसके लिये खिलाडियों को अपना कौशल दिखाना होगा. ”
बायें हाथ के कामचलाउ स्पिनर डीन एल्गर ने चार विकेट लिये और बांगड ने स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाजों ने गलतियां की. उन्होंने कहा, ‘‘हां मुझे लगता है कि बल्लेबाजों ने गलतियां की और हमारा काम उन्हें इससे अवगत करना है. मुझे पूरा विश्वास है कि जब वे दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिये उतरेंगे तो तब तक इससे उबर गये होंगे. ” इस पूर्व भारतीय आलराउंडर ने एल्गर, साइमन हार्मर और इमरान ताहिर की प्रशंसा भी है. बांगड ने कहा, ‘‘उन्होंने एक निश्चित रणनीति से गेंदबाजी की. वे विकेट से स्पिन हासिल करने में सफल रहे. ”