भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर का टेस्ट खेलने का पूरा हुआ सपना

विशाखापत्तनम : बल्लेबाजी हरफनमौला सेनुरान मुथुस्वामी का दक्षिण अफ्रीका के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का सपना बुधवार को पूरा हो गया और उन्हें इस बात की दोहरी खुशी है कि उन्हें यह मौका अपने मूल देश भारत के खिलाफ मिला. उनका परिवार हालांकि कई पीढ़ी पहले तमिलनाडु से दक्षिण अफ्रीका चला गया था, लेकिन डरबन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 2, 2019 5:08 PM

विशाखापत्तनम : बल्लेबाजी हरफनमौला सेनुरान मुथुस्वामी का दक्षिण अफ्रीका के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का सपना बुधवार को पूरा हो गया और उन्हें इस बात की दोहरी खुशी है कि उन्हें यह मौका अपने मूल देश भारत के खिलाफ मिला.

उनका परिवार हालांकि कई पीढ़ी पहले तमिलनाडु से दक्षिण अफ्रीका चला गया था, लेकिन डरबन में रहने वाला 25 साल का यह क्रिकेटर भारत को अच्छी तरह जनता है. उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका ए टीम के साथ भारत का दौरा किया था.

उनका जन्म और परवरिश दक्षिण अफ्रीका में हुई, लेकिन मुथुस्वामी का मानना है कि उनका परिवार किसी दक्षिण भारतीय परिवार की तरह है. अपने पदार्पण टेस्ट से पहले मुथुस्वामी ने कहा, हम मूलत: चेन्नई से हैं. मेरे परिवार के लोग अब भी नागापत्तनम (चेन्नई से लगभग 300 किलोमीटर दूर) में है.

मेरी कई पीढ़िया दक्षिण अफ्रीका में है लेकिन भारत से हमारा जुड़ाव है और हमारी संस्कृति भारत की तरह ही है. उन्होंने कहा, मेरे माता-पिता को जब मेरे चयन के बारे में पता चला तो वे काफी खुश थे और भारत के खिलाफ मेरे पदार्पण ने इसे और खास बना दिया.

भारत से जुड़ाव के बारे में पूछे जाने पर मुथुस्वामी ने कहा, मैं डरबन में योग करता हूं. दक्षिण अफ्रीका में डरबन में ही सबसे ज्यादा भारतीय आबादी है. हम नियमित तौर पर मंदिर जाते हैं और मेरे परिवार में कई लोग तमिल में बात भी करते हैं. दुर्भाग्य से मैं नहीं बोल पाता हूं, लेकिन मैं भी धीरे-धीरे बोलना सीख रहा हूं.

मुथुस्वामी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 32.72 की औसत से 3403 रन बनाने के साथ 28.65 की औसत से 129 विकेट भी लिये हैं. उन्होंने कहा कि ए टीम के साथ भारत का दौरा और बेंगलुरु स्थित क्रिकेट अकादमी में समय बिता कर उन्होंने खुद को उपमहाद्वीप के हालात के मुताबिक तैयार किया है. उन्होंने कहा, आपको यहां गर्मी से सामंजस्य बैठाना होगा.

यहां स्पिनरों पर मैच जिताने का काफी दबाव होता है और यह लागातार लय में रहने के बारे में है. घरेलू मैचों में ठीक इसका उलट होता है जहां हमारी जरूरत चौथी पारी में होती है. बल्लेबाजी में भी मैंने काफी कुछ सीखा है. बल्लेबाजी को यहां के विकेट के मुताबिक बनाने की कोशिश है जहां गेंद को कम उछाल मिलती है.

आपको रिवर्स स्विंग का ज्यादा सामना करना पड़ता है. मुझे लगता है कि मैं यहां काफी कुछ सीख सकता हूं. मुथुस्वामी ने कहा कि श्रीलंका के कुमार संगकारा और रंगना हेराथ उनके पसंदीदा क्रिकेटर हैं जबकि वह शाकिब अल हसन, मोईन अली और बिशन सिंह बेदी के भी प्रशंसक हैं.

Next Article

Exit mobile version