”T-20 में दबाव बल्लेबाज पर,फैंस पहुंचते हैं मनोरंजन के लिये”

नयी दिल्ली : क्रिकेट के टी-20 फॉर्मेट में दबाव बल्लेबाज पर होता है, क्योंकि लोग मनोरंजन के लिये आते हैं. यह कहना दक्षिण अफ्रीका के बायें हाथ के स्पिनर तबरेज शम्सी का है. उनको लगता है कि टी-20 बल्लेबाजों का प्रारूप है जिसमें उनके जैसे गेंदबाज मैदान में आये दर्शकों का मजा किरकिरा ही करते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 20, 2019 1:12 PM

नयी दिल्ली : क्रिकेट के टी-20 फॉर्मेट में दबाव बल्लेबाज पर होता है, क्योंकि लोग मनोरंजन के लिये आते हैं. यह कहना दक्षिण अफ्रीका के बायें हाथ के स्पिनर तबरेज शम्सी का है. उनको लगता है कि टी-20 बल्लेबाजों का प्रारूप है जिसमें उनके जैसे गेंदबाज मैदान में आये दर्शकों का मजा किरकिरा ही करते हैं. कलाई के इस स्पिनर ने भारत के खिलाफ मोहाली में दूसरे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान तीन ओवर में 19 रन देकर एक विकेट झटका और अब उनकी टीम चिन्नास्वामी स्टेडियम में शृंखला बराबर करने की कोशिश में जुटी है, जहां वह स्थानीय आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिये खेलते थे.

शम्सी दक्षिण अफ्रीका के लिये 17 वनडे और 15 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं. उन्होंने साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि इससे बल्लेबाजों पर और दबाव आता है कि वे मैदान में जाकर वही करें जिसे लोग देखना चाहते हैं. इसलिये बतौर गेंदबाज हम सिर्फ दर्शकों का मजा किरकिरा करने के लिये ही हैं और साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिये भी कि हम अपनी योजना का कार्यान्वयन अच्छी तरह कर सकें.

तीसरा और अंतिम टी-20 रविवार को यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जायेगा। शम्सी ने कहा कि चिन्नास्वामी छोटा स्टेडियम है और मेरा मतलब है कि यह टी-20 शृंखला है इसलिये लोग निश्चित रूप से यहां बल्लेबाजों को चौके और छक्के हिट करते हुए देखने के लिये पहुंचेंगे. लोग मैदान में आपको मेडन ओवर फेंकते हुए देखने के लिये नहीं हैं. टी-20 ऐसा ही क्रिकेट प्रारूप है.

Next Article

Exit mobile version