Vastu Tips: पुराने कपड़ों और जूते-चप्पल से की गई ये छोटी गलती कर सकती है कंगाल, करें ये वास्तु उपाय, घर में आएगी समृद्धि
Vastu Tips: घर में रखे जूते-चप्पल और कपड़े वास्तु को प्रभावित करते हैं. यदि सही वास्तु नियमों का पालन किया जाए, तो ये शुभ प्रभाव डालते हैं, लेकिन इन्हें रखने में की गई कुछ गलतियों से घर में नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होने लगती है. आइए जानते हैं कपड़ों और जूते-चप्पलों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण वास्तु उपाय.
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर में रखी वस्तुओं से लेकर शरीर पर पहने जाने वाले कपड़े और जूते-चप्पल तक हमारी ऊर्जा को प्रभावित करते हैं. आमतौर पर हम घर बनवाते समय वास्तु का ध्यान रखते हैं, लेकिन जब बात घर में रखे सामान, कपड़ों और जूते-चप्पलों की आती है, तो कई बार हम इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं. जबकि वास्तु शास्त्र में ऐसा करना उचित नहीं माना गया है. इन वस्तुओं से जुड़ी गलतियां वास्तु दोष उत्पन्न कर सकती हैं.
कपड़ों के लिए वास्तु उपाय
- वास्तु शास्त्र के अनुसार कपड़ों को कभी भी बिखेरकर इधर-उधर नहीं रखना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. इसलिए कपड़ों को अच्छी तरह व्यवस्थित कर साफ-सुथरी जगह और अलमारी में रखना चाहिए.
- फटे और पुराने कपड़ों को घर में नहीं रखना चाहिए. माना जाता है कि इससे घर में नकारात्मकता आती है. यदि कपड़े फट गए हों, दाग लग गए हों या बहुत पुराने हो चुके हों, तो ऐसे कपड़ों का दान भी नहीं करना चाहिए.
जूते-चप्पलों के लिए वास्तु उपाय
- वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि जूते-चप्पलों को कभी भी उल्टा करके या इधर-उधर बिखेरकर नहीं रखना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से घर की लक्ष्मी चली जाती है.
- जूते-चप्पलों को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए. उत्तर और पूर्व दिशा में जूते-चप्पल रखना अशुभ माना गया है, क्योंकि उत्तर और पूर्व दिशा को माता लक्ष्मी की दिशा माना जाता है. ऐसे में इन दिशाओं में जूते-चप्पल रखने से घर की समृद्धि में बाधा आती है.
- जूते-चप्पलों को कभी भी रसोईघर में, बेडरूम के पास या बेडरूम के अंदर नहीं रखना चाहिए. यह अशुभ माना जाता है.
- यदि चप्पल टूट गए हों या फट गए हों, तो उन्हें तुरंत घर से बाहर कर देना चाहिए. खराब और टूटे हुए जूते-चप्पल नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.
