Indira Ekadashi 2021: इंदिरा एकादशी कब है, जानें डेट, तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस व्रत का महत्व

Indira Ekadashi 2021 Date: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है. पितृपक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि का महत्व और ही अधिक बढ़ जाता है. इंदिरा एकादशी को सभी एकादशी तिथियों में विशेष बताया गया है. एकादशी तिथि का व्रत सभी कष्टों को दूर करने वाला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2021 10:08 AM

Indira Ekadashi 2021 Date: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है. पितृपक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि का महत्व और ही अधिक बढ़ जाता है. इंदिरा एकादशी को सभी एकादशी तिथियों में विशेष बताया गया है. एकादशी तिथि का व्रत सभी कष्टों को दूर करने वाला है. महाभारत की कथा में भी एकादशी व्रत का वर्णन मिलता है. आइए जानते है पितृपक्ष में पड़ने वाली ये एकादशी तिथि से संबंधित पूरी जानकारी…

कब है इंदिरा एकादशी

पंचांग के अनुसार इंदिरा एकादशी 02 अक्टूबर 2021 दिन शनिवार को है. अश्विन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को व्रत रखा जाएगा. इस दिन चंद्रमा कर्क राशि और नक्षत्र आश्लेषा रहेगा.

इंदिरा एकादशी 2021 शुभ मुहूर्त

  • एकादशी तिथि प्रारम्भ 01 अक्टूबर 2021 की शाम 11 बजकर 03 मिनट पर

  • एकादशी तिथि समाप्त 02 अक्टूबर 2021 की रात 11 बजकर 10 मिनट पर

  • इंदिरा एकादशी पारण का समय 03 अक्टूबर 2021 की सुबह 06 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 37 मिनट तक

इंदिरा एकादशी व्रत एवं पूजा विधि

  • एकादशी तिथि के दिन जल्दी उठकर स्नान करें.

  • भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप का ध्यान करें.

  • इंदिरा एकादशी व्रत एवं पूजा का संकल्प लें.

  • यदि आपके घर में शालिग्राम हैं तो पूजा के स्थान पर स्थापित करें

  • फिर भगवान विष्णु की तस्वीर को स्थापित करें.

  • इसके बाद गंगाजल, रोली, चंदन, धूप, दीप, फल, फूल आदि से पूजन करें.

  • इंदिरा एकादशी के महात्म्य की कथा पढ़ें या श्रवण (सुनना) करें.

  • इस दिन विष्णु सहस्रनाम और विष्णु सतनाम स्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं.

इंदिरा एकादशी का महत्व

पितृ पक्ष 20 सितंबर 2021 से आरंभ हो चुका है. पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष यानि श्राद्ध का समापन 06 अक्टूबर 2021 को हो रहा है. 02 अक्टूबर को इंदिरा एकादशी का व्रत है. पितृ पक्ष में इस एकादशी का व्रत रखने से पितर प्रसन्न होते हैं और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं. यह व्रत पापों से भी मुक्ति दिलाता है.

इंदिरा एकादशी का व्रत रखने से पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है. एक पौराणिक कथा के अनुसार सतयुग में महिष्मती राज्य के राजा इंद्रसेन ने अपने पिता को इंदिरा एकादशी का उपवास रखकर स्वर्ग लोक में स्थान दिलाया था.

संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ

मोबाइल नंबर- 8080426594-9545290847

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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