आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang ) 28 April 2020 : स्कन्द षष्ठी व्रत आज, जानें आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त के बारे में

Aaj Ka Panchang : आज 28 अप्रैल 2020 को हिंदी कैलेंडर के मुताबिक वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पञ्चमी तिथि है. आज स्कन्द षष्ठी है. स्कन्द देव भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र और भगवान गणेश के छोटे भाई हैं. भगवान स्कन्द को मुरुगन, कार्तिकेय और सुब्रहमन्य के नाम से भी जाना जाता है.षष्ठी तिथि भगवान स्कन्द को समर्पित हैं. शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन श्रद्धालु लोग उपवास करते हैं. षष्ठी तिथि जिस दिन पञ्चमी तिथि के साथ मिल जाती है उस दिन स्कन्द षष्ठी के व्रत को करने के लिए प्राथमिकता दी गयी है. इसीलिए स्कन्द षष्ठी का व्रत पञ्चमी तिथि के दिन भी हो सकता है.आइये जानते हैं ज्योतिर्विद "दैवज्ञ"डॉ श्रीपति त्रिपाठी से आज के पंचांग के जरिए आज की तिथि का हर एक शुभ मुहूर्त व अशुभ समय..

By ThakurShaktilochan Sandilya | April 28, 2020 4:00 AM

Aaj Ka Panchang : आज 28 अप्रैल 2020 को हिंदी कैलेंडर के मुताबिक वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पञ्चमी तिथि है. आज स्कन्द षष्ठी है. स्कन्द देव भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र और भगवान गणेश के छोटे भाई हैं. भगवान स्कन्द को मुरुगन, कार्तिकेय और सुब्रहमन्य के नाम से भी जाना जाता है.षष्ठी तिथि भगवान स्कन्द को समर्पित हैं. शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन श्रद्धालु लोग उपवास करते हैं. षष्ठी तिथि जिस दिन पञ्चमी तिथि के साथ मिल जाती है उस दिन स्कन्द षष्ठी के व्रत को करने के लिए प्राथमिकता दी गयी है. इसीलिए स्कन्द षष्ठी का व्रत पञ्चमी तिथि के दिन भी हो सकता है.आइये जानते हैं ज्योतिर्विद “दैवज्ञ”डॉ श्रीपति त्रिपाठी से आज के पंचांग के जरिए आज की तिथि का हर एक शुभ मुहूर्त व अशुभ समय..

28अप्रैल मंगलवार

वैशाख शुक्लपक्ष पंचमी दिन-11:31उपरांत षष्टी

श्रीशुभसंवत-2077,शाके-1942,हिजरीसन्-1440-41

सुर्योदय-05:33

सुर्यास्त-06:27

सुर्योदय कालीन नक्षत्र-आर्द्रा उपरांत पुनर्वसु,सुकर्मा-योग,वा-करण

सुर्योदय कालीन ग्रह विचार-सुर्या-मेष,चद्रमा-मिथुन,मंंगल-मकर,बुध-मेष,गुरू-मकर,शुक्र-वृष,शनि-मकर,राहु-मिथुन,केतु-धनु

चौघड़िया-

सुबह 06.01 से 7.30 बजे तक रोग

सुबह 07.31 से 9.00 बजे तक उद्वेग

सुबह 09.01 से 10.30 बजे तक चर

सुबह 10.31 से 12.00 बजे तक लाभ

दोपहर 12.01 से 1.30 बजे तकअमृत

दोपहर 01.31 से 03.00 बजे तक काल

दोपहर 03.01 से 04.30 बजे तक शुभ

शाम 04.31 से 06.00 बजे तक रोग

उपाय-बड़े बुजुर्गों, ब्रह्मणों, गुरूओं का आशीर्वाद लेंआराधनाः भगवान शिव की आराधना करें।

राहुकाल 3 से 4:30 बजे तक।

दिशाशूल-वायब्य एवं उत्तर

शुभ समय-

अभिजित मुहूर्त- 11:52 ए एम से 12:45 पी एम

अमृत काल- 03:07 पी एम से 04:47 पी एम

रवि योग- 01:33 ए एम, अप्रैल 29 से 05:42 ए एम, अप्रैल 29

विजय मुहूर्त- 02:31 पी एम से 03:24 पी एम

गोधूलि मुहूर्त- 06:42 पी एम से 07:05 पी एम

सायाह्न सन्ध्या- 06:55 पी एम से 07:59 पी एम

निशिता मुहूर्त- 11:57 पी एम से 12:40 ए एम, अप्रैल 29

ब्रह्म मुहूर्त- 04:16 ए एम, अप्रैल 29 से 04:59 ए एम, अप्रैल 29

प्रातः सन्ध्या- 04:37 ए एम, अप्रैल 29 से 05:42 ए एम, अप्रैल 29

अशुभ समय

राहुकाल- 03:37 पी एम से 05:16 पी एम

गुलिक काल- 12:19 पी एम से 01:58 पी एम

यमगण्ड- 09:01 ए एम से 10:40 ए एम

दुर्मुहूर्त- 08:21 ए एम से 09:14 ए एम

11:14 पी एम से 11:57 पी एम

वर्ज्य-09:16 ए एम से 10:56 ए एम

“दैवज्ञ”डॉ श्रीपति त्रिपाठी

ज्योतिर्विद

संपर्क सूत्र न.-

9430669031