बनारस की युवा रिसर्चर निवेदिता को पहला नवल किशोर स्मृति आलोचना सम्मान देने की घोषणा

युवा रिसर्चर निवेदिता को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में टीच फाॅर बीएचयू फेलो के रूप में कार्यरत हैं. इन्होंने यहीं से पीएचडी की डिग्री भी ली है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2024 1:55 PM

Banaras Hindu University : हिंदी साहित्य और संस्कृति की पत्रिका बनास जन ने विख्यात आलोचक प्रो नवल किशोर की स्मृति में आलोचना सम्मान की घोषणा कर दी है. बनास जन द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि इस वर्ष से प्रारंभ यह सम्मान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की युवा अध्येता निवेदिता प्रसाद को उनके विनिबंध ‘नजीर अकबराबादी का महत्व’ पर दिया जाएगा. सम्मान के लिए गठित निर्णायक समिति के सदस्यों प्रो दुर्गाप्रसाद अग्रवाल (जयपुर), प्रो माधव हाड़ा (उदयपुर) और संयोजक प्रो मलय पानेरी (उदयपुर) ने सर्वसम्मति से निवेदिता प्रसाद की पांडुलिपि का चयन किया. बनास जन द्वारा उक्त विनिबंध का स्वतंत्र अंक के रूप में प्रकाशन किया जाएगा तथा सम्मान राशि भी भेंट की जाएगी.


बलिया में हुआ है निवेदिता का जन्म

सम्प्रति काशी हिंदू विश्वविद्यालय में टीच फॉर बी एच यू फेलो के रूप में कार्यरत डॉ निवेदिता प्रसाद का जन्म 25 मार्च 1995 को बलिया में हुआ है. प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, कलकत्ता से स्नातक तथा दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर के बाद उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से पीएचडी की उपाधि ग्रहण की. नजीर अकबराबादी पर उनके विनिबंध पर अपनी संस्तुति में प्रो दुर्गाप्रसाद अग्रवाल ने कहा कि निवेदिता का अध्ययन नजीर अकबराबादी का उर्दू अदब के शायर के रूप में ही मूल्यांकन नहीं करता बल्कि हिंदी कविता के विकास की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में नजीर को चिन्हित किये जाने का सार्थक प्रयास करता है. प्रो हाड़ा ने अपनी संस्तुति में कहा कि उत्तर रीतियुगीन भारतीय समाज के संदर्भ में नज़ीर का अध्ययन इस विनिबंध को विशिष्ट बनाता है.

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युवाओं को मिल रहा नया मंच

इस सम्मान के लिए परामर्श समिति के संयोजक और श्रमजीवी कालेज में हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो मलय पानेरी ने बताया कि आलोचना के क्षेत्र में अपने अविस्मरणीय योगदान के लिए प्रो नवलकिशोर को जाना जाता है. उनकी स्मृति को स्थायी रखने के लिए इस सम्मान को प्रारंभ किया गया है जिससे युवा अध्येताओं को भी नया मंच मिल सकेगा. यह जानकारी प्रो मलय पानेरी ने दी.

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