जापान से सीखें हड़ताल करना

भारत में लोगों को अपनी मांगें मनवाने के लिए संविधान ने मौलिक अधिकार दिया है. कर्मचारियों को अपनी मांग को पूरा कराने के लिए जुलूस, हड़ताल,भूख-हड़ताल, अनशन व अमरण अनशन तक संघर्ष करना पड़ता है, वहीं सरकारें व सिस्टम तक जूं भी नही रेंगती है. हड़ताल चाहे एक घंटे का हो या एक दिन का, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 6:29 AM
भारत में लोगों को अपनी मांगें मनवाने के लिए संविधान ने मौलिक अधिकार दिया है. कर्मचारियों को अपनी मांग को पूरा कराने के लिए जुलूस, हड़ताल,भूख-हड़ताल, अनशन व अमरण अनशन तक संघर्ष करना पड़ता है, वहीं सरकारें व सिस्टम तक जूं भी नही रेंगती है.
हड़ताल चाहे एक घंटे का हो या एक दिन का, नुकसान तो होता ही है. विकसित देश जापान जैसा करे बंदी और हड़ताल. काम करने के दौरान काला बिल्ला लगाकर हड़ताल की जा सकती है और कंपनी को नहीं बल्कि अपने अपने देश की आर्थिक नुकसान होने से बचाया जा सकता है. वहीं सरकार व कंपनी को हड़ताल को खत्म करने के लिए उनकी उचित मांगों को मान कर एक निश्चित अवधि के लिए हड़ताल पर पाबंदी लगा देनी चाहिए.
राजाबाबू मोहन, इमेल से

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