buxar news : तीन महीने बाद परिवहन विभाग को मिला आइडी पासवर्ड, शुरू हुआ वाहनों का रजिस्ट्रेशन

buxar news : छह हजार लंबित आवेदनों का निबटारा विभाग के लिए बनी बड़ी चुनौतीलगभग छह हजार लोग ऑनलाइन चालान कटाकर आइडी पासवर्ड का कर रहे थे इंतजार

By SHAILESH KUMAR | December 18, 2025 10:16 PM

buxar news : बक्सर. जिले के परिवहन विभाग में पिछले तीन महीनों से चली आ रही प्रशासनिक जटिलता का अंत आखिरकार 16 दिसंबर को हो गया, जब विभाग को सारथी पोर्टल और वाहन पोर्टल का आइडी व पासवर्ड पटना परिवहन विभाग से प्राप्त हुआ.

आइडी और पासवर्ड के अभाव में जिले में ड्राइविंग लाइसेंस, नये वाहनों का पंजीकरण, वाहन ट्रांसफर, फिटनेस प्रमाण पत्र, परमिट सहित कई महत्वपूर्ण कार्य पूरी तरह से ठप पड़े थे. इस अवधि में विभाग के समक्ष आम लोगों की परेशानियां लगातार बढ़ती चली गयीं और करीब छह हजार आवेदन लंबित हो गये, जो अब परिवहन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने है. नये वाहनों का पंजीकरण के लिए चार हजार आवेदन, ड्राइवर लाइसेंस के लिए 1500 आवेदन, परमिट का 168 आवेदन, वाहन ट्रांसफर के लिए 50 आवेदन लगभग छह हजार लोगों ने ऑनलाइन चालान कटाकर कर आइडी पासवर्ड का इंतजार रहे थे.

दरअसल, जिले के जिला परिवहन पदाधिकारी संजय कुमार का तबादला पांच अक्तूबर को हो गया था. उनके तबादले के बाद शशिकांत पासवान को जिला परिवहन पदाधिकारी बनाया गया, लेकिन विभागीय स्तर पर बड़ी चूक यह रही कि उन्हें समय पर सारथी पोर्टल और वाहन पोर्टल का आइडी व पासवर्ड उपलब्ध नहीं कराया गया. आइडी और पासवर्ड के बिना परिवहन विभाग से जुड़ा कोई भी ऑनलाइन या ऑफलाइन कार्य संभव नहीं हो पाया. परिणामस्वरूप जिले भर से आने वाले आवेदनों का ढेर लगने लगा और आम लोग रोजाना कार्यालय का चक्कर काटने को मजबूर हो गये. परिवहन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आइडी–पासवर्ड नहीं मिलने की वजह से ड्राइविंग लाइसेंस के नये आवेदन, लाइसेंस नवीनीकरण, वाहन पंजीकरण, वाहन ट्रांसफर, फिटनेस जांच, परमिट जारी करने जैसे सभी कार्य पूरी तरह से प्रभावित रहे. कई आवेदकों ने समय पर आवेदन तो कर दिया, लेकिन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाने के कारण उन्हें महीनों तक इंतजार करना पड़ा. इस दौरान अनेक लोग ऐसे भी थे जिनका काम समय-सीमा से जुड़ा था, जैसे व्यवसायिक वाहन का परमिट या फिटनेस प्रमाण पत्र, लेकिन विभागीय अड़चनों के कारण उनका काम अटका रहा. स्थिति तब और गंभीर हो गयी, जब धीरे-धीरे लंबित आवेदनों की संख्या बढ़कर लगभग छह हजार तक पहुंच गयी.

16 दिसंबर को मिला आइडी पासवर्ड

16 दिसंबर को परिवहन विभाग को राहत मिली, जब जिला परिवहन पदाधिकारी के रूप में राजकुमार प्रसाद को अतिरिक्त प्रभार दिया गया और उन्हें सारथी व वाहन पोर्टल का आइडी तथा पासवर्ड उपलब्ध कराया गया. जैसे ही यह जानकारी आम लोगों तक पहुंची, परिवहन विभाग कार्यालय में अचानक भीड़ बढ़ने लगी. लोग अपने-अपने लंबित कार्यों को लेकर सुबह से ही कार्यालय पहुंचने लगे और विभाग में चहल-पहल का माहौल बन गया. प्रभात खबर की टीम गुरुवार को जब परिवहन विभाग कार्यालय पहुंची, तो वहां का दृश्य कुछ अलग ही नजर आया. कार्यालय में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और हर कोई चाहता था कि उसका काम सबसे पहले हो जाये. कई लोग कर्मचारियों से बार-बार आग्रह करते दिखे, तो कुछ लोग नाराजगी भी जाहिर कर रहे थे. हालांकि, कर्मचारी भी लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे थे कि लंबित आवेदनों की संख्या अधिक है और सभी का काम क्रमवार किया जायेगा.

पुराने आवेदनों को निबटाया जायेगा पहले

जिला परिवहन पदाधिकारी राजकुमार प्रसाद ने कहा किआइडी–पासवर्ड मिलने के बाद अब सबसे बड़ी चुनौती छह हजार लंबित आवेदनों का निष्पादन करना है. इसके लिए विभाग को अतिरिक्त प्रयास करने होंगे. कर्मचारियों की संख्या सीमित होने के बावजूद रोजाना अधिक से अधिक आवेदनों को निबटाने की योजना बनायी गयी है. प्राथमिकता के आधार पर पुराने आवेदनों को पहले निबटाया जायेगा, ताकि जिन लोगों को सबसे अधिक परेशानी हुई है, उन्हें जल्द राहत मिल सके. आठ से नव बजे रात तक काम किया जा रहा है, ताकि पेंडिंग पड़े आवेदनों को जल्द से जल्द निष्पादित किया जाये.

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