बिना पछतावा बागियों की कांग्रेस में नहीं होगी एंट्री! हरीश रावत का फूटा गुस्सा, कहा- पहले माफी मांगे ‘महामापी’

पूर्व सीएम हरीश रावत ने कड़े शब्दों में कहा है कि ऐसे लोग महापापी हैं, जो पैसों की लालच में आकर पार्टी से बगावत करते हैं उन्हें पहले सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. तभी उन्हें पार्टी में शामिल किया जाना चाहिए.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 13, 2021 10:53 AM

उत्तराखंड कांग्रेस में यशपाल आर्य की घर वापसी के बाद क्या अन्य बागियों के लिए भी कांग्रेस में वापस आने का रास्ता खुल गया है. इस सवाल पर उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत का गुस्सा फूट पड़ा. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का इस बारे में कहना है कि जो लोग पैसों से बिककर पार्टी से बगावत किये थे उन्हें बिना माफी मांगे पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा. उन्हें अपने कदम के लिए सार्वजनिक रुप से पछतावा दिखाना होगा, तभी पार्टी में इंट्री हो सकेगी.

पूर्व सीएम हरीश रावत ने कड़े शब्दों में कहा है कि ऐसे लोग महापापी हैं, जो पैसों की लालच में आकर पार्टी से बगावत करते हैं उन्हें पहले सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. तभी उन्हें पार्टी में शामिल किया जाना चाहिए. बता दें, हाल में ही यशपाल आर्य और उनके बेटे ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस में घर वापसी की है. ऐसे में कई और नेता भी घर वापसी करना चाह रहे हैं. लेकिन हरीश रावत का कहना है कि उन्हें पहले अपनी करनी के लिए माफी मांगनी चाहिए.

गौरतलब है कि, उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव (Uttrakhand Assembly Election 2022) होने हैं. चुनाव को लेकर नेताओं का दलबदल अभियान जोर शोर से चल रहा है. इसी कड़ी में यशपाल ने कांग्रेस में फिर से वापसी की है. साथ ही कई अन्य नेता भी कांग्रेस में वापस आना चाह रहे हैं. लेकिन बागियों की घर वापसी से पूर्व सीएम हरीश रावत खासे नाराज है.

इतनी आसानी से नहीं मिलेगा माफी: पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि जिन लोगों ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. जिसके चलते उनकी सरकार गिर गई, उन्हें इतनी आसानी से माफी नहीं मिल सकता है. हरीश रावत का कहना है कि वैसे नेता जो घर वापसी करने की सोच रहे हैं, उन्हें मानना होगा कि उन्होंने पाप किया है.

गौरतलब है गकि साल 2016 में जब हरीश रावत उत्तराखंड के सीएम थे उस समय विजय बहुगुणा और हरक सिंह रावत की अगुवाई में कांग्रेस के 9 विधायक बीजेपी में शामिल हो गये थे. इस कारण प्रदेश की हरीश रावत सरकार गिर गई थी. हालांकि बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर उनकी सरकार बहाल हुई. थी. लेकिन फिर 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस हार गई. खुद हरीश रावत दोनों सीटों से हार गये थे.

Posted by: Pritish Sahay

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