Illegal Indian Migration: 119 भारतीयों को लेकर अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचा अमेरिका का सैन्य विमान

Illegal Indian Migration: अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे 119 भारतीयों को निर्वासित कर दिया, जिन्हें सैन्य विमान C-17 ग्लोबमास्टर से अमृतसर एयरपोर्ट लाया गया.

By Aman Kumar Pandey | February 16, 2025 1:56 AM

Illegal Indian Migration:अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 119 भारतीयों को लेकर अमेरिकी सैन्य विमान C-17 ग्लोब मास्टर शनिवार रात 11:40 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड कर गया. विमान में मौजूद इन लोगों के परिजन एयरपोर्ट के बाहर अपने परिवारजनों को लेने के लिए पहले से मौजूद थे.

100 से ज्यादा भारतीय पहले भी हो चुके हैं निर्वासित

यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका से इतनी बड़ी संख्या में भारतीयों को वापस भेजा गया हो. राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद यह दूसरी बार है जब 100 से अधिक भारतीयों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है.

कौन-कौन हैं निर्वासित भारतीय?

इन 119 लोगों में से 67 पंजाब, 33 हरियाणा, 8 गुजरात, 3 उत्तर प्रदेश, 2-2 गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान, तथा 1-1 हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से हैं.

महिलाएं और नाबालिग भी शामिल

सूत्रों के अनुसार, इस समूह में चार महिलाएं और दो नाबालिग भी शामिल हैं, जिनमें से एक बच्ची सिर्फ 6 साल की है.

अगला विमान 157 भारतीयों को लेकर आएगा

खबर है कि रविवार को एक और विमान भारत पहुंचेगा, जिसमें 157 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जाएगा.

पहले भी हो चुका है ऐसा

इससे पहले 5 फरवरी को अमेरिका का एक सैन्य विमान 104 भारतीयों को निर्वासित कर चुका है. उस समय इन लोगों को हथकड़ी और बेड़ियों में लाया गया था, जिस पर संसद और जनता ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.

सरकार की प्रतिक्रिया

विपक्ष की आलोचनाओं के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि यह कोई नई प्रक्रिया नहीं है, बल्कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को डिपोर्ट करने की नीति सालों से चली आ रही है.

पीएम मोदी ने भी दी थी प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने अमेरिका दौरे पर इस मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा था कि यदि कोई भारतीय नागरिक अमेरिका में बिना दस्तावेजों के रह रहा है और वह भारत का प्रमाणित नागरिक है, तो भारत उसे वापस लेने के लिए तैयार है.

सीएम भगवंत मान की आपत्ति

अमेरिका से आने वाले निर्वासितों को बार-बार अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आपत्ति जताई. उनका कहना है कि केंद्र सरकार पंजाब को बदनाम करने की साजिश कर रही है.