अजीत डोभाल की अध्यक्षता में अफगानिस्तान पर दिल्ली में बैठक, जानिए किन बातों पर दिया गया जोर

Delhi Declaration on Afghanistan दिल्ली में आयोजित अफगानिस्तान पर तीसरी क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता के दौरान इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का उपयोग किसी भी आतंकवादी कृत्य को आश्रय देने, प्रशिक्षण देने, योजना बनाने या वित्तपोषण के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2021 3:51 PM

Delhi Declaration on Afghanistan दिल्ली में आयोजित अफगानिस्तान पर तीसरी क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता के दौरान इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का उपयोग किसी भी आतंकवादी कृत्य को आश्रय देने, प्रशिक्षण देने, योजना बनाने या वित्तपोषण के लिए नहीं किया जाना चाहिए. बता दें कि अफगानिस्तान मसले पर नई दिल्ली में आज से एक अहम कॉन्फ्रेंस हुई. इस कॉन्फ्रेंस में 8 देशों ने हिस्सा लिया.

अफगानिस्तान के मसले पर ये तीसरी ऐसी बैठक हो रही है और भारत पहली बार इसकी अध्यक्षता कर रहा है. इस बैठक में भारत समेत आठ देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) हिस्सा ले रहे हैं. इस कॉन्फ्रेंस में तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में बढ़े आतंकवाद, उग्रवाद, नशीली दवाओं के उत्पादन और तस्करी जैसे मुद्दों के अलावा सुरक्षा संबंधी चुनौतियों पर चर्चा होने की बात सामने आ रही है.

वहीं, एनएसए अजित डोभाल ने अफगान संकट पर भारत द्वारा आयोजित आठ देशों की वार्ता में बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम के न केवल उस देश के लोगों के लिए बल्कि उसके पड़ोसियों और क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण निहितार्थ हैं. उन्होंने बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि यह अफगान स्थिति पर क्षेत्रीय देशों के बीच करीबी विचार-विमश, अधिक सहयोग और समन्वय का समय है.

उल्लेखनीय है कि तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के बाद आतंकवाद, कट्टरवाद और मादक पदार्थों की तस्करी के बढ़ते खतरों का सामना करने में व्यावहारिक सहयोग के लिए एक सामान्य दृष्टिकोण को मजबूत करने के उद्देश्य से भारत वार्ता की मेजबानी कर रहा है. अजित डोभाल ने कहा कि हम आज अफगानिस्तान से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे हैं. हम सभी उस देश के घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं.

अजित डोभाल ने कहा कि इनका न केवल अफगानिस्तान के लोगों के लिए बल्कि उसके पड़ोसियों और क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण निहितार्थ हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे बीच करीबी विचार-विमर्श का समय है. मुझे विश्वास है कि हमारे बीच विचार-विमर्श अफगान लोगों की मदद करने और हमारी सामूहिक सुरक्षा को बढ़ाने में योगदान देगा.

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