द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में आई शिवसेना, अब तक इन पार्टियों का मिला साथ, जानें किसका पलड़ा भारी

आदिवासी समुदाय से आने वाली द्रौपदी मुर्मू के लिए समर्थन बढ़ता जा रहा है. वहीं, यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाने वाले विपक्ष में नए सिरे से विभाजन नजर आ रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2022 1:38 PM

नई दिल्ली : राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू चुनाव में जीत हासिल करने के लिए समान विचारधारा वाले दलों से संपर्क साधने में जुटी हुई हैं. इस सिलसिले में उन्हें महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टी शिवसेना का भी उन्हें साथ मिल गया है. शिवसेना के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही, द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के घटक दलों के अलावा अब तक करीब आठ राजनीतिक दलों का समर्थन हासिल हो चुका है. द्रौपदी मुर्मू 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन देने वाले दलों की वोट हिस्सेदारी 60 फीसदी के पार पहुंच गई है. इससे इस चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित मानी जा रही है.

विपक्ष के नए विभाजन से द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा की. आदिवासी समुदाय से आने वाली मुर्मू के लिए समर्थन बढ़ता जा रहा है. वहीं, यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाने वाले विपक्ष में नए सिरे से विभाजन नजर आ रहा है. इससे द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी होता दिखाई दे रहा है. अनुमान यह लगाया जा रहा है कि शिवसेना का समर्थन मिल जाने के बाद राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने वाले दलों की वोट हिस्सेदारी 60 फीसदी के पार पहुंच गई है.

आठ राजनीतिक दलों का मिला समर्थन

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर विपक्षी दलों में नए सिरे से हो रहे विभाजन के बाद एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को अब तक करीब आठ राजनीतिक पार्टियों का समर्थन मिल चुका है. द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने वाले दलों में बीजद, वाईएसआर-कांग्रेस, बसपा, अन्नाद्रमुक, टीडीपी, जेडीएस, शिरोमणि अकाली दल और शिवसेना शामिल हैं. इसके साथ ही, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने के मूड में दिखाई दे रही हैं. हालांकि, विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा के नाम का प्रस्ताव ममता बनर्जी ने ही किया था और वह विपक्ष को यशवंत सिन्हा के पक्ष में ही वोट करने की अपील करती नजर आ रही हैं, लेकिन निजी तौर पर वह द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में खड़ी भी दिखाई दे रही है.

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समर्थन हासिल करने जयपुर पहुंची द्रौपदी मुर्मू

केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू बुधवार को जयपुर पहुंचीं. वह नई दिल्ली से विशेष विमान से यहां पहुंचीं. हवाई अड्डे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल और अन्य भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया. बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता हवाई अड्डे के बाहर मौजूद थे. भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि द्रौपदी मुर्मू यहां एक होटल में भाजपा सांसदों (लोकसभा और राज्यसभा) और विधायकों से मुलाकात करेंगीं. राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के 71 विधायक हैं. वहीं, राजस्थान से भाजपा के 24 लोकसभा सदस्य और चार राज्यसभा सदस्य हैं.

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