Political Crisis in Rajasthan : अब राजस्थान में गिरेगी कांग्रेस की सरकार ? दो गिरफ्तार, बोले गहलोत- भाजपा ने सारी हदें तोड़ दी

Political Crisis in Rajasthan : राज्यसभा चुनाव के दौरान हॉर्स ट्रेडिंग मामले में जांच कर रही राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है. एसओजी ने कई संदिग्धों के फोन सर्विलांस पर रखा था और प्रदेश की कांग्रेस सरकार के तख्तापलट की साजिश से उसने पर्दा उठाया है. गिरफ्तारी के बाद एसओजी दोनों से पूछताछ कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2020 2:29 PM

Political Crisis in Rajasthan : राज्यसभा चुनाव के दौरान हॉर्स ट्रेडिंग मामले में जांच कर रही राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है. एसओजी ने कई संदिग्धों के फोन सर्विलांस पर रखा था और प्रदेश की कांग्रेस सरकार के तख्तापलट की साजिश से उसने पर्दा उठाया है. गिरफ्तारी के बाद एसओजी दोनों से पूछताछ कर रही है.

राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त पर सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि भाजपा ने सारी हदें तोड़ दी हैं. भाजपा खरीद फरोख्त करके सरकार गिराने की कोशिश में लगी रहती है. उन्होंने कहा कि जब वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे तब ऐसा नहीं था लेकिन 2014 के बाद से भाजपा में अहंकार आ गया है. ये धर्म और जाति के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश करते हैं.

आगे अशोक गहलोत ने कहा कि हम पक्ष-विपक्ष व भाजपा नेताओं को साथ लेकर चले, लेकिन भाजपा का सारा ध्यान सरकार गिराने पर रहता है. उन्होंने अपने आरोपों में कहा कि विधायकों को अपनी निष्ठा बदलने के लिए 10 से 15 करोड़ रुपये तक की पेशकश की जा रही है.

एसओजी ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को बयान देने के लिए बुलाया

विधायकों को प्रलोभन देकर राज्य की निर्वाचित कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयास के आरोपों पर राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट व सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी को बयान देने के लिए बुलाया है. आपको बता दें कि एसओजी ने शुक्रवार को ही इस बारे में एक प्राथमिकी दर्ज की थी. आधिकारिक सूत्रों के हवाले से पीटीआई-भाषा ने जानकारी दी है कि इस मामले में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सरकार के मुख्य सचेतक को नोटिस जारी किए गए हैं कि वे अपने अपने बयान दर्ज करवाएं.

दो मोबाइल नंबरों की निगरानी

उल्लेखनीय है कि एसओजी ने इस बारे में दो मोबाइल नंबरों की निगरानी से सामने आये तथ्यों के आधार पर राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया. एसओजी अधिकारियों के अनुसार इन नंबरों पर हुई बातचीत से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है.

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कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप

गत 19 जून को राज्य से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था. पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गयी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है. राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक और भाजपा के पास 72 विधायक हैं. राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है.

Posted By : AMITABH KUMAR

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