Rahul Gandhi: ‘कांग्रेस राज में जाति जनगणना न करना गलती’, न्याय सम्मेलन में बोले राहुल गांधी

Rahul Gandhi: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सभा में कहा "मैं 2004 से राजनीति में हूं और मुझे 21 साल हो गए हैं. जब मैं पीछे देखता हूं और अपना आत्म विश्लेषण करता हूं, मैंने कहां-कहां सही काम किया और कहां कमी रही तो 2 से 3 बड़े मुद्दे मुझे दिखाई देते है. पीछे देखने पर मुझे एक बात बिल्कुल साफ दिखती है कि एक विषय पर मेरी कमी रही. कांग्रेस पार्टी और मैंने एक गलती की. OBC वर्ग का संरक्षण हमें जिस प्रकार से करना चाहिए था, हमने नहीं किया.

By Pritish Sahay | July 25, 2025 4:16 PM

Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ओबीसी न्याय सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस सरकार के शासन काल में जातिगत जनगणना न कराना बड़ी गलती रही. राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वो इस गलती को सुधारना चाहते हैं. सभा में उन्होंने कहा कि ओबीसी के हितों की उतनी रक्षा नहीं कर पाये जितनी उन्हें करनी चाहिए थी. राहुल ने कहा ओबीसी, दलित, आदिवासी देश की उत्पादक शक्ति हैं, लेकिन उन्हें अपने श्रम का फल नहीं मिल रहा है. ‘मेरा उद्देश्य देश की उत्पादक शक्ति को सम्मान दिलाना है.’ उन्होंने कहा कि आरएसएस, बीजेपी ने जानबूझकर ओबीसी का इतिहास मिटा दिया है.

राहुल गांधी ने माना गलती

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान जाति जनगणना नहीं करवा पाना उनकी गलती है, लेकिन अब उन्होंने इस गलती को सुधारने के लिए कदम बढ़ाया है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस के ओबीसी भागीदारी न्याय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वो साल 2004 से राजनीति कर रहे हैं. “जब मैं अपना मूल्यांकन करता हूं तो पाता हूं कि कहीं अच्छा काम किया तो कहीं कमी भी रह गई. आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों की बात हो, मुझे अच्छे नंबर मिलने चाहिए. महिलाओं के मुद्दे पर मुझे अच्छे नंबर मिलने चाहिए. लेकिन मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो एक बात स्पष्ट दिखती है कि एक चीज में कमी रह गई थी. यह एक गलती मैंने की, वह यह है कि ओबीसी वर्ग के हितों की रक्षा जिस तरह से करनी थी, वो मैंने नहीं की. इसका कारण यह है कि आपके मुद्दे मुझे उस समय गहराई से समझ नहीं आए थे.”

राहुल गांधी ने कहा “दलितों की कठिनाइयों को समझना आसान है. आदिवासियों के मुद्दे भी आसानी से समझ आ जाते हैं. लेकिन ओबीसी की मुश्किलें या मुद्दे आसानी से नहीं दिखते. मुझे अफसोस यह है कि अगर मुझे आपके इतिहास और मुद्दों के बारे में ज्यादा मालूम होता तो मैं उसी वक्त जाति जनगणना करा देता. वो समय निकल गया. लेकिन मेरी गलती है. यह कांग्रेस की गलती नहीं, मेरी गलती है.” उन्होंने जाति जनगणना के मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा “यह राजनीतिक भूकंप है, जिसने हिंदुस्तान की राजनीतिक जमीन को हिला दिया है. इसका झटका आपको लगा नहीं है, लेकिन काम हो गया है.”

21वीं सदी ‘डेटा’ की सदी है- राहुल गांधी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा “21वीं सदी डेटा की सदी है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी डेटा के बारे में बोलते रहते हैं. पहले जिस देश के पास तेल होता था, उसे शक्तिशाली माना जाता था. आज का तेल डेटा है. उनके मुताबिक “डेटा कंपनियों के पास होता है. तेलंगाना सरकार के पास जो डाटा आया है उसका कोई मुकाबला नहीं है. आज हम तेलंगाना में एक मिनट में बता सकते हैं कि राज्य के सभी कॉरपोरेट समूहों के प्रबंधन में कितने ओबीसी और दलित हैं.”

जाति जनगणना से नहीं हटने वाला हूं पीछे- राहुल

राहुल गांधी ने सभा में कहा कि “आप मेरी बहन प्रियंका गांधी से पूछना कि मैं जब किसी बात के लिए मन बना लेता हूं तो मैं उससे पीछे हटता हूं या नहीं. मैं जाति जनगणना से पीछे हटने वाला नहीं हूं.” इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस ने ओबीसी का इतिहास मिटाया है. उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी और ओबीसी इस देश की उत्पादक शक्ति हैं, लेकिन इसका फल उन्हें नहीं मिल पा रहा है.