India China tension : चिनूक, अपाचे, राफेल और अन्य विमान उड़ा देंगे दुश्मन के होश, चीन हुआ परेशान, वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कही यह बात

India China Face off,India China tension :LAC पर चीन से जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया (IAF chief Air Chief Marshal RKS Bhadauria) ने कहा है कि हमारी उत्तरी सीमा पर मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य असहज है… न युद्ध न शांति की स्थिति…

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2020 6:38 AM

एलएसी पर चीन से जारी तनाव (India China Face off) के बीच भारतीय वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ((IAF chief, Air Chief Marshal RKS Bhadauria)) ने कहा है कि हमारी उत्तरी सीमा पर मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य असहज है… न युद्ध न शांति की स्थिति…उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा बल किसी भी संभावित चुनौती का सामना करने के लिये पूरी तरह तैयार हैं.

एक सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि वायुसेना ने स्थिति पर तेजी के साथ प्रतिक्रिया दी है और वह क्षेत्र में किसी भी “दुस्साहस” का जवाब देने के लिए दृढ़ संकल्पित है. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हमारी उत्तरी सीमा पर मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य असहज, न युद्ध न शांति की स्थिति है. जैसा कि आप जानते हैं हमारे सुरक्षा बल किसी भी चुनौती से निपटने के लिये पूरी तरह तैयार हैं.

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पूर्व में हासिल किये गए सी-17 ग्लोबमास्टर, चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टरों के साथ हाल में वायुसेना में शामिल राफेल लड़ाकू विमानों ने वायुसेना की सामरिक और रणनीतिक क्षमता में पर्याप्त बढ़ोतरी की है. भारतीय एरोस्पेस उद्योग से जुड़े एक सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भविष्य में होने वाले किसी भी संघर्ष में वायुशक्ति हमारी जीत में अहम कारक रहेगी. इसलिये यह जरूरी है कि वायुसेना अपने दुश्मनों के खिलाफ तकनीक बढ़त हासिल करे और उसे बरकरार रखे.

फ्रांस में निर्मित पांच बहुउद्देशीय राफेल लड़ाकू विमानों को 10 सितंबर को वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया. विमानों का यह बेड़ा पिछले कुछ हफ्तों से पूर्वी लद्दाख में उड़ान भर रहा है. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हलके लड़ाकू विमान तेजस की दो स्क्वाड्रन और सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों में कुछ स्वदेशी हथियारों को बेहद कम समय में लगाया जाना देश के स्वदेशी सैन्य उपकरण बनाने की क्षमता को दर्शाता है.

फ्रांस ने भारत को सौंपे पांच और राफेल, चीन परेशान: इधर फ्रांस ने भारत को पांच और राफेल लड़ाकू विमान सौंप दिया है. इस बैच में शामिल पांचों विमान अभी फ्रांस की सरजमीं पर ही हैं. माना जा रहा है कि अक्तूबर में ये विमान भारत पहुंचेंगे. इन विमानों को पश्चिम बंगाल के कलईकुंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात किया जायेगा.

भारत ने एलएसी पर तैनात की ब्रह्मोस, निर्भय और आकाश मिसाइलें: पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत ने एलएसी पर पूरी तैयारी कर ली है. भारत की जल, थल और वायु सेनाएं 24 घंटे हर तरह की परिस्थिति से निबटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. भारत ने सीमा पर ब्रह्मोस और निर्भय क्रूज मिसाइल के अलावा जमीन से हवा में मार करनेवाली आकाश मिसाइल को भी तैनात कर दिया है. ब्रह्मोस की रेंज 500 किमी, निर्भय क्रूज मिसाइलें 800 किमी-रेंज हैं. वहीं, चीन की पीएलए ने शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्रों में मिसाइल तैनाती की है. पीएलए के पश्चिमी थिएटर कमांड ने तिब्बत और शिनजियांग में लंबी दूरी के हथियारों को तैनात किया है.

Posted By : Amitabh Kumar

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