शरद पवार, उद्धव ठाकरे, सुप्रिया सुले और आदित्य को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा, पवार ने कहा-कुछ लोगों से ज्यादा प्यार है…

income tax department sent notice to Ncp chief shard pawar and maharashtra cm uddhav thackeray : संसद में सरकार और विपक्ष के बीच तनातनी का दौर जारी है, राज्यसभा के आठ सांसदों के निलंबन के बाद सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर है. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले को इनकम टैक्स विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस का आधार पिछले चुनाव में दिया गया एफिडिफिट है. शरद पवार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नोटिस भेजने वाले लोगों को कुछ लोगों से ज्यादा प्यार है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2020 5:08 PM

नयी दिल्ली : संसद में सरकार और विपक्ष के बीच तनातनी का दौर जारी है, राज्यसभा के आठ सांसदों के निलंबन के बाद सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर है. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले को इनकम टैक्स विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस का आधार पिछले चुनाव में दिया गया एफिडिफिट है. शरद पवार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नोटिस भेजने वाले लोगों को कुछ लोगों से ज्यादा प्यार है.

शरद पवार ने बताया- कल मुझे नोटिस मिला है. हम खुश हैं कि वह (केंद्र) सभी सदस्यों में से , हमें प्यार करता है. आयकर विभाग ने तब नोटिस जारी किया जब उससे चुनाव आयोग ने ऐसा करने को कहा, हम नोटिस का जवाब देंगे.” वह इस खबर के बारे में किये गये सवाल का जवाब दे रहे थे कि आयकर विभाग ने उनकी बेटी और लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे को भी ऐसा ही नोटिस भेजा है. पवार ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावना संबंधी खबरों को तवज्जो नहीं दी. उन्होंने कहा, ‘‘ क्या राष्ट्रपति शासन लगाने की कोई वजह है? क्या राष्ट्रपति शासन कोई मजाक है? ” राकांपा प्रमुख ने कहा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी को विधानसभा में स्पष्ट बहुमत प्राप्त है. उन्होंने प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाने को लेकर भी केंद्र की आलोचना की.

आज मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा वे कृषि बिल का विरोध करते हैं और इस मामले में सांसदों के निलंबन के विरोध में एक दिन का उपवास रखेंगे.उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह से सांसदों के आंदोलन के साथ हैं. शरद पवार ने कहा कि कहा कि देश में किसानों की किसी को चिंता नहीं है. एक आत्महत्या की पिछले तीन महीने से चर्चा हो रही है लेकिन बाकी मुद्दों पर कोई बात नहीं कर रहा है. देश में किसान भी आत्महत्या कर रहे हैं, सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए.


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गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कई मुद्दों पर केंद्र सरकार और शिवसेना-एनसीपी की सरकार के बीच ठनी हुई है. बात चाहे कंगना के मुद्दे की करें या कोरोना संकट की दोनों एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. इधर किसान बिल पर राहुल गांधी ने भी सरकार के खिलाफ विदेश से ही मोर्चा खोल रखा है और लगातार ट्वीटवार कर रहे हैं. उन्होंने आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर हमला बोला और कहा कि कृषि बिल किसानों के हित को नुकसान पहुंचाने वाला पर पूंजीपतियों का हित साधने वाला है.

Posted By : Rajneesh Anand

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