Rajasthan political crisis : सचिन पायलट के लिए दरवाजे बंद नहीं : अविनाश पांडे

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे सचिन पायलट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा है कि वो अगर माफी मांग ले तो काम बन सकता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2020 2:58 PM

जयपुर : राजस्थान कांग्रेस के बागी नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को कल उनके पद से हटा दिया गया, साथ ही उन्हें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से बर्खास्त कर दिया गया जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि वो बीजेपी में शामिल हो जाएंगे लेकिन उन्होंने इन कयासों पर चुप्पी तोड़ते हुए कह दिया कि वो बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं.

लेकिन अब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे सचिन पायलट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा है कि वो अगर माफी मांग ले तो काम बन सकता है. लेकिन हर चीज की एक समय सीमा होती है. भगवान उनको सद्बुद्धि दें और भाजपा के माया जाल से बाहर निकाले बताते चलें कि सोमवार और मंगलवार दो दिन लगातार राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई थी. इन दोनों ही बैठक में सचिन पायलट और उनके समर्थक शामिल नहीं हुए थे. जबकि पार्टी आलाकमान की ओर से लगातार उन्हें मनाए जाने की कोशिश जारी थी.

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सचिन पायलट को पार्टी से बरखास्त करने के बाद पार्टी ने उन्हें अयोग्य ठहराने के लिए उनसे जबाव मांगा गया है. उनके साथ साथ अन्य 19 अन्य विधायकों को भी ये नोटिस भेजा गया कि वो 17 जुलाई तक इस मामले में स्पष्टीकरण दें. सभी बागी विधायकों से पूछा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और कांग्रेस विधायकों की दो बैठकों में शामिल नहीं होने पर उन्हें अयोग्य घोषित क्यों नहीं किया जाना चाहिए? इससे पहले ये खबर भी थी कि वो आज प्रेस कांफ्रेस करने वाले हैं लेकिन आज ये प्रेस कॉन्फ्रेंस टल गया. कयास तो ये भी लगाए जा रहे हैं कि वो अब अपनी नई पार्टी बना सकते हैं.

सचिन पायलट ने लगाया था ये गंभीर आरोप

बता दें सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने एक इंटरव्यू में कहा था नौकरशाहों को मेरे निर्देशों का पालन नहीं करने के लिए कहा गया था, फाइलें मेरे पास नहीं भेजी गईं।’ वो बताते हैं कि मंत्रिमंडल की बैठकें और सीएलपी की बैठकें महीनों तक नहीं हुई थीं. अगर मैं अपने लोगों के साथ की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की अनुमति नहीं देता तो क्या स्थिति है?

गहलोत ने भी बोला था हमला

अशोक गहलोत ने भी सचिन पायलट पर हमला बोलते हुए कहा था कि हाई कमान को मजबूरन ये फैसले लेने पड़े. क्योंकि बीजेपी लंबे समय से साजिश रच रही थी और खरीद फरोख्त करके सरकार गिराने का प्रयास कर रही थी. हमारे कुछ साथी इसमें फंस गए और दिल्ली चले गए उनका ऐसा रुख था जैसे आ बैल मुझे मार. कोई भी इस फैसले से खुश नहीं है बता दें कि राजस्थान संकट की शुरूआत सचिन और उनके समर्थकों के संपर्क कट जाने के बाद हुई. सचिन पायलट ने कांग्रेस के दो महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा नहीं लिया.

posted by : sameer oraon

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