सरकार दे रखी है 11 पुलिसकर्मी, फिर भी तृणमूल कांग्रेस के इस विधायक को सता रहा मौत का डर

दो बार से विधायक Jayant Naskar अपने अनोखे कार्यों के लिए चर्चा में है. विधायक नासकर रोज सुबह अपनी ही प्रतिमा की साफ सफाई करते हैं. इतना ही नहीं, नासकर की सुरक्षा के लिए सरकार ने 11 पुलिसकर्मी उपलब्ध कराया है, लेकिन इसके बाद भी नासकर को मौत का डर सताते रहता है.

By AvinishKumar Mishra | March 13, 2020 9:47 AM

कोलकाता : दो बार से विधायक जयंत नासकर अपने अनोखे कार्यों के लिए चर्चा में है. विधायक नासकर रोज सुबह अपनी ही प्रतिमा की साफ सफाई करते हैं. इतना ही नहीं, नासकर की सुरक्षा के लिए सरकार ने 11 पुलिसकर्मी उपलब्ध कराया है, लेकिन इसके बाद भी नासकर को मौत का डर सताते रहता है.

पश्चिम बंगाल के दक्षिण परगना के गोसोबा सीट से तृणमूल विधायक जयंत नासकर को राज्य पुलिस ने 11 सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराया है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें हमेशा डर बना रहता है. एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए नासरकर कहते हैं, ‘मेरे ऊपर दो बार उपद्रवी हमला हो चुका है,जिसके बाद मैंने सरकार से सुरक्षा की गुहार लगायी.’

तीन मूर्ती लगाया– नासकर मौत से पहले ही अपनी तीन मूर्ती लगवाया है. इसके पीछे दलील देते हुए नासरकर कहते हैं कि मौत के बाद कौन किसको याद रखता है. मेरे परिजन मौत के बाद मेरी मूर्ती लगवायेगी या नहीं यह कहा नहीं जा सकता है. इसलिए मैंने खुद अपनी मूर्ती लगवा रखी है.

रोज करते हैं देखभाल- इतना ही नहीं, नासकर रोज अपनी मूर्ती की देखभाल करते हैं. वे कहते हैं कि लोग चाहे कुछ भी समझे, लेकिन मुझे लगता है यह सही है.

दो बार के विधायक– नासकर को राजनीति विरासत में मिली है. वे पहली बार 1996 में विधानसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन यहचुनाव वे हार गये. इसके बाद 2001 और 2006 में भी वे चुनाव लड़े, लेकिन इस बार भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2011 में वे पहली बार चुनाव जीते, इसके बाद उन्होंने 2016 में भी तृणमूल कांग्रेस के टिकट से जीत दर्ज किया.

फायरब्रांड नेता की छवि- नासकर का छवि तृममूल कांग्रेस में फायरब्रांड नेता की है. वे कई बार पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी से भी भिड़ चुके हैं, 2016 में नासकर मे अपने क्षेत्र में भाजपा को रोकने के लिए पहली बार राष्ट्रवाद का कार्ड खेला था.

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