दोपहर में सोने के लिए ब्रेक, गोवा फारवर्ड पार्टी का ‘मस्त मेनिफेस्टो’, आप ‘सुसेगाड’ का मतलब जानते हैं?

गोवा में विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाले हैं. इसी बीच गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने एक अजीब चुनावी वादा कर दिया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी के मेनिफेस्टो में ‘दोपहर में सोने के लिए अनिवार्य ब्रेक’ देना सुनिश्चित किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2020 12:45 PM

आपने बॉलीवुड मूवी ‘थ्री ईडियट्स’ (3 Idiots) देखी होगी. फिल्म में बोमन ईरानी के किरदार को लोगों ने खूब पसंद किया था. आपने भी बोमन ईरानी को दोपहर दो बजे ऑपेरा सुनते हुए झपकी लेते नोटिस किया होगा. अब, रियल लाइफ में भी ऐसा कुछ होने जा रहा है. गोवा में विधानसभा चुनाव के पहले एक पार्टी ने खास घोषणापत्र जारी किया है. घोषणापत्र में लोगों को दोपहर में नींद के लिए ब्रेक देने का जिक्र है.

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दोपहर में सोने के लिए अनिवार्य ब्रेक

गोवा में विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाले हैं. इसी बीच गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने अजीब चुनावी वादा कर दिया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी के मेनिफेस्टो में दोपहर में सोने के लिए अनिवार्य ब्रेक देना सुनिश्चित किया गया है. पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई के मुताबिक अगर उन्हें जनता गोवा का मुख्यमंत्री बनाती है तो वो सोने के लिए दोपहर में 2 से 4 बजे के बीच जरूरी ब्रेक सुनिश्चित करेंगे.

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गोवा की संस्कृति और दोपहर में नींद

हमारे देश में दोपहर में सोने को आलस से जोड़ा जाता है. लेकिन, गोवा की संस्कृति में दोपहर की नींद जरूरी है. गोवा की संस्कृति में सुसेगाड काफी मायने रखता है. सुसेगाड एक पुर्तगाली शब्द है जिसका मतलब शांति होता है. दोपहर में झपकी लेना सुसेगाड का खास अंग है. गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई की मानें तो दुनियाभर के रिसर्च में दोपहर में सोने के फायदे भी गिनाए गए हैं.

Posted : Abhishek.

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