Farmers Protest: किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में उतरे केजरीवाल, कहा- आवाज दबा रही है केंद्र सरकार

Farmers Protest in Delhi नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) किसानों के प्रदर्शन (Farmers Protest) के समर्थन में आये हैं. उन्होंने ट्विट कर केंद्र सरकार (Central Government) पर किसानों की आवाज दबाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का सभी को अधिकार है और उनको रोका नहीं जाना चाहिए. केजरीवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से लाये गये तीनों कृषि कानून (Farm Laws) किसान विरोधी हैं, और हम शुरू से इसका विरोध कर रहे हैं. बता दें कि मुख्य रूप से हरियाणा और पंजाब के किसान प्रदर्शन के लिए दिल्ली आ रहे हैं. उन्हें बॉर्डर पर ही रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस तैनात की गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2020 11:32 AM

Farmers Protest in Delhi नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) किसानों के प्रदर्शन (Farmers Protest) के समर्थन में आये हैं. उन्होंने ट्विट कर केंद्र सरकार (Central Government) पर किसानों की आवाज दबाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का सभी को अधिकार है और उनको रोका नहीं जाना चाहिए. केजरीवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से लाये गये तीनों कृषि कानून (Farm Laws) किसान विरोधी हैं, और हम शुरू से इसका विरोध कर रहे हैं. बता दें कि मुख्य रूप से हरियाणा और पंजाब के किसान प्रदर्शन के लिए दिल्ली आ रहे हैं. उन्हें बॉर्डर पर ही रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस तैनात की गयी है.

केजरीवाल ने ट्विट किया कि केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं. ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं. किसानों पर ये जुर्म बिलकुल गलत है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है. अंबाला (हरियाणा) के पास शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा हुए किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है. वहां काफी संख्या में किसान जमा हुए हैं. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे हैं.

भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हजारों किसानों के दिल्ली में जमा होने की उम्मीद की जा रही है. ऐसे में एहतिहातन दिल्ली पुलिस ने पंजाब और हरियाणा बॉर्डर को सील कर दिया है. कई जगहों पर सीआरपीएफ की तैनाती भी की गयी है. हरियाणा और पंजाब में भी कई जगहों पर धारा 144 लगा दी गयी है. पंजाब के किसान दिल्ली नहीं आ सकें, इसके लिए चंडीगढ़ से हरियाणा आने वाली बसों को रद्द कर दिया गया है.

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बॉर्डर पर पहुंचे किसान अपने साथ खाने-पीने के सामानों के अलावा बिस्तर भी लेकर आये हैं. ट्रैक्टर और ट्रकों में भरकर किसान दिल्ली के लिए निकल पड़े हैं. दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए भी किसानों के इस महाजुटान को प्रशासन की अनुमति नहीं दी गयी है. इसके बाद भी अगर किसान दिल्ली में जमा होते हैं तो उनके खिलाफ कोविड-19 प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की जायेगी.

बताया जा रहा है किसानों के इस प्रदर्शन को देशभर के सैकड़ों संगठनों का समर्थन प्राप्त है. पूर्व आप नेता स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान हरियाणा के रेवाड़ी से दिल्ली के लिए निकल चुके हैं. वहीं केंद्र सरकार ने दूसरे स्तर की वार्ता के लिए किसानों को आमंत्रित भी किया है. पहले स्तर की वार्ता विफल हो गयी थी. किसानों की मांग पर सरकार राजी नहीं हुई थी.

Posted By : Amlesh Nandan.

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