पूर्वोत्तर में मध्यम तीव्रता का भूकंप, पिछले दिनों गुजरात और जम्मू-कश्मीर में भी हिली थी धरती

शिलांग : पूर्वोत्तर राज्यों में गुरुवार की शाम मध्यम तीव्रता वाले भूकंप का झटका महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता पांच बतायी गयी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. क्षेत्रीय भूगर्भ गतिविधि अध्ययन केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप का यह झटका रात साढ़े सात बजे 80 किलोमीटर की गहराई में महसूस किया गया.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 18, 2020 10:58 PM

शिलांग : पूर्वोत्तर राज्यों में गुरुवार की शाम मध्यम तीव्रता वाले भूकंप का झटका महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता पांच बतायी गयी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. क्षेत्रीय भूगर्भ गतिविधि अध्ययन केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप का यह झटका रात साढ़े सात बजे 80 किलोमीटर की गहराई में महसूस किया गया.

अधिकारी ने बताया कि भूकंप शिलांग के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों के सभी बड़े शहरों में महसूस किया गया. राज्य पुलिस ने बताया कि मेघालय में इस भूकंप के कारण फिलहाल किसी नुकसान की खबर नहीं है. वहीं, बुधवार को महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव में बुधवार को भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये. दहानु तहसील के डुंडालवाड़ी गांव में 2.5 तीव्रता का भूकंप आया था. इससे किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था.

गुजरात में तीन दिनों में 18 बार भूकंप के झटके महसूस किये गये

गुजरात के कुछ हिस्सों में रविवार को 5.3 तीव्रता का भूकंप आने के बाद, तीन दिनों में कच्छ जिले में दो भूकंप और बाद के करीब 18 झटके महसूस किये गये. भूगर्भ विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) के एक अधिकारी ने बताया कि बाद के 20 झटकों में से दो को आईएसआर ने भूकंप की श्रेणी में रखा है क्योंकि वे अलग-अलग भूगर्भीय रेखाओं पर आये थे. ये दोनों झटके सोमवार को आये थे और उनकी तीव्रता क्रमश: 4.6 और 4.1 थी.

उन्होंने बताया कि बाद के झटकों में से 3.7 तीव्रता का एक झटका मंगलवार को दिन में दस बजकर 49 मिनट पर आया था, जबकि 2.3, 1.7 और 1.9 तीव्रता के तीन झटके सोमवार रात रिकार्ड किये गये थे. आईएसआर के निदेशक सुमेर चोपड़ा ने बताया कि मंगलवार सुबह तक दर्ज किये गये 19 झटकों में दो 4.6 और 4.1 तीव्रता के भूकंप थे और ये सोमवार को दक्षिण वागड भूगर्भीय रेखा पर अलग-अलग जगहों पर आये थे.

कच्छ जिला प्रशासन के अनुसार, इन भूकंपों और झटकों में कोई हताहत नहीं हुआ और संपत्ति का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. कच्छ जिला ‘अत्यंत जोखिम वाले’ भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र में है और यहां अक्सर कम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं. पिछले दिनों पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये थे.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha.

Next Article

Exit mobile version