Delhi Pollution: ‘पराली जलाने को लेकर हल्‍ला मचाने का कोई आधार नहीं’, प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने कही ये बात

Delhi Pollution SC Hearing: केजरीवाल सरकार की ओर से कहा गया है कि दिल्ली में लॉकडाउन तभी कारगर होगा जब NCR में भी इसे लगाया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2021 1:05 PM

Delhi Pollution SC Hearing: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया. इसमें केजरीवाल सरकार की ओर से कहा गया है कि लॉकडाउन तभी कारगर होगा जब NCR में भी इसे लगाया जाएगा.

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली और उत्तरी राज्यों में वर्तमान में पराली जलाना प्रदूषण का प्रमुख कारण नहीं है क्योंकि यह प्रदूषण में केवल 10% योगदान देता है.

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से कल शाम तक जवाब मांगा है कि किन उद्योगों को रोका जा सकता है, किन वाहनों को चलने से रोका जा सकता है और किन बिजली संयंत्रों को रोका जा सकता है और आप तब तक वैकल्पिक बिजली कैसे उपलब्ध करा सकते हैं.


पराली जलाने को लेकर हल्‍ला मचाने का कोई आधार नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा कि दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आप क्या बड़े कदम उठाने का प्रस्ताव रखते हैं. वायु प्रदूषण में पराली जलाए जाने का योगदान मात्र चार प्रतिशत है, ऐसे में इसे लेकर हल्ला मचाने का कोई आधार नहीं है.

इधर सोमवार को राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता आज बहुत खराब श्रेणी में है. वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 है.

क्या कहा केजरीवाल सरकार ने

केजरीवाल सरकार ने सप्रीम कोर्ट में कहा कि हम दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कंप्लीट लॉकडाउन लगाने को तैयार हैं. इतना ही नहीं केजरीवाल सरकार ने आगे कहा कि यदि दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों के आसपास के शहरों में भी इस तरह का लॉकडाउन लगे तो प्रदूषण से निपटाने में और भी मदद मिल जाएगी.

केंद्र सरकार की ओर से क्‍या कहा गया

इधर केंद्र सरकार ने दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के लिए पराली को बड़ी वजह मानने से इनकार कर दिया है. सरकार के वकील ने सप्रीम कोर्ट में कहा कि पराली दिल्ली और उत्तर भारत के कुछ अन्य राज्यों में बढ़े प्रदूषण का बड़ा कारण नहीं है. केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि पराली जलाए जाने का वायु प्रदूषण में 10 फीसदी ही योगदान है. प्रदूषण के 90 फीसदी कारण अन्य चीजें हैं.

Posted By : Amitabh Kumar

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