अयोध्या पर बयान देकर अपने घर में घिरे ओली, कमल थापा ने लगाये गंभीर आरोप

Ramjanmbhumi Ayodhya: राम जन्मभूमि अयोध्या पर बयान देकर नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली (K P Sharma Oli) अपने ही घिरते जा रहे हैं. खुद उनके देश के दूसरे नेता ही उनके खिलाफ खड़े हो रहे हैं और उनपर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. दरअसल ओली ने अयोध्या को लेकर दावा किया था कि वास्तविक अयोध्या भारत में नहीं नेपाल में हैं. जिसके बाद उनके देश के नेता उनके खिलाफ हो गये हैं. नेताओं का कहना है कि भारत और नेपाल के बीच संबंध ऐसे ही खराब चल रहे हैं ऐसे में प्रधानमंत्री को संभल कर बयान देना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2020 9:03 AM

राम जन्मभूमि अयोध्या पर बयान देकर नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली अपने ही घिरते जा रहे हैं. खुद उनके देश के दूसरे नेता ही उनके खिलाफ खड़े हो रहे हैं और उनपर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. दरअसल ओली ने अयोध्या को लेकर दावा किया था कि वास्तविक अयोध्या भारत में नहीं नेपाल में हैं. जिसके बाद उनके देश के नेता उनके खिलाफ हो गये हैं. नेताओं का कहना है कि भारत और नेपाल के बीच संबंध ऐसे ही खराब चल रहे हैं ऐसे में प्रधानमंत्री को संभल कर बयान देना चाहिए.

नेपाल के राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक पार्टी के सह-अध्यक्ष कमल थापा ने कहा उन्हें ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री भारत के साथ संबंधों को और खराब करना चाहते हैं. बतौर प्रधानमंत्री उन्हें इस प्रकार के निराधार और अप्रमाणित तथ्यों वाले बयानों से बचना चाहिए. केपी शर्मा ओली पर यह भी आरोप लग रहा है कि अपनी सत्ता को जाते देख वो लगातार भारत पर हमलावर हो रहे हैं. असली अयोध्या और नकली अयोध्या का मामला इसी का परिणाम है. नेपाल के योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष स्वर्णिम वागले ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस बयान पर भारतीय मीडिया में उनकी किरकिरी होगी.

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बता दे कि नेपाली कवि भानुभक्त आचार्य की 206वीं जयंती पर प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ब्लूवाटर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने को दावा किया नेपाल “सांस्कृतिक अतिक्रमण का शिकार हुआ है और इसके इतिहास से छेड़छाड़ की गई है. ओली ने कहा, “हालांकि वास्तविक अयोध्या बीरगंज के पश्चिम में थोरी में स्थित है, जबकि भारत अपने यहां भगवान राम का जन्मस्थल होने का दावा करता है. ओली ने कहा कि इतनी दूरी पर रहने वाले दूल्हे और दुल्हन का विवाह उस समय संभव नहीं था जब परिवहन के साधन नहीं थे.

ओली ने कहा कि भारत में अयोध्या पर बड़ा विवाद है. लेकिन हमारी अयोध्या पर कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि वाल्मीकि आश्रम भी नेपाल में है और जहां राजा दशरथ ने पुत्र के लिए यज्ञ किया था वह रिडी में है जो नेपाल में है. ओली ने दावा किया कि चूंकि दशरथ नेपाल के राजा थे यह स्वाभाविक है कि उनके पुत्र का जन्म नेपाल में हुआ था इसलिए अयोध्या नेपाल में है. भानुभक्त का जन्म पश्चिमी नेपाल के तानहु में 1814 में हुआ था और उन्होंने वाल्मीकि रामायण का नेपाली में अनुवाद किया था. उनका देहांत 1868 में हुआ था.

Posted By : Pawan Singh

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