अश्विनी वैष्णव ने विपक्ष के जासूसी वाले आरोप को किया खारिज, लोकसभा में बोले – भारत में ऐसा होना संभव नहीं

वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि पिछली रात को एक वेब पोर्टल की ओर से एक बेहद ही सनसनीखेज रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी. इस रिपोर्ट में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रेस की यह रिपोर्ट संसद के मानसून सत्र के ठीक एक दिन पहले पेश किया गया.

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2021 4:49 PM

नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को विपक्ष ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष की ओर से फोन टैपिंग के मामले को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने विपक्ष की ओर से व्हाट्सऐप पर पेगासस के जरिए फोन टैपिंग के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि भारत में ऐसा होना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि यह दावा किया गया है कि व्हाट्सऐप पर पेगासस का इस्तेमाल फोन टैपिंग के लिए किया जा रहा है. उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि यह लोकतंत्र और संस्थाओं के लिए अच्छा नहीं है.

वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि पिछली रात को एक वेब पोर्टल की ओर से एक बेहद ही सनसनीखेज रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी. इस रिपोर्ट में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रेस की यह रिपोर्ट संसद के मानसून सत्र के ठीक एक दिन पहले पेश किया गया. यह महज एक संयोग नहीं है. उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट 18 जुलाई को प्रकाशित की गई, जो भारतीय लोकतंत्र और इसके स्थापित के लिए अच्छा नहीं है.

बता दें कि रविवार को एक इंटरनेशन मीडिया कंसोर्टियम की ओर से एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई, जिसमें दो मंत्री, 40 पत्रकार, तीन विपक्ष के नेता, दो मंत्री, एक जज और एक कारोबारी का नंबर दिया गया है. इसके बारे में यह कहा गया है कि इस सारे नंबर हैकरों के निशाने पर हैं और सरकारी एजेंसियों की ओर से इजरायली स्पाइवेयर को बेचा गया है. अब सरकार ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया है कि उसने किसी व्यक्ति विशेष को सर्विलांस पर लेने के लिए ऐसा किया है.

सोमवार को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने कहा कि यह रिपोर्ट तथ्यविहीन है और इसमें विषय-वस्तुओं की जांच-परख किए बिना आरोप लगाया गया है. उन्होंने कहा कि भारत में ऐसा होना संभव नहीं है. सरकार की ओर से किसी की फोन टैपिंग नहीं करवाई जाती.

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Posted by : Vishwat Sen

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